Vastu Tips for Shoes Color: वास्तु शास्त्र हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है, जोकि ज्योतिष के अंतर्गत ही आता है। सनातन धर्म में आस्था रखने वाले अधिकांश लोग वास्तु विज्ञान को विशेष महत्व देते है। वास्तु के द्वारा ही व्यक्ति अपने जीवन की कई समस्याओं का निदान कर सकता है। हम रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली चीजों को वास्तु अनुसार अपना लें, तो यह और भी आसान हो सकता है। इसमें हमारे जूते-चप्पलों का रंग भी मुख्य रूप से शामिल है। 

वास्तु के मुताबिक, हमारे जूते-चप्पलों का रंग हमारे भाग्य को उदय कर सकता है। कई दफा हम अज्ञानतावश ऐसे जूते-चप्पल पहन लेते है, जो फैशन के लिहाज से तो अच्छे होते है, लेकिन वास्तु के हिसाब से वह अशुभ माने जाते है, जो बाद में कई परेशानियों की वजह बनते है। जानते है इस बारे में विस्तार से-

किस रंग के जूते चप्पल नहीं पहनने चाहिए ? 

वास्तु शास्त्र के मुताबिक, पीले रंग के जूते-चप्पल भूलकर भी नहीं पहनने चाहिए। दरअसल, यह रंग देवगुरु बृहस्पति से जुड़ा है और अगर हम इसी रंग के जूते-चप्पल पहनते है, तो यह उनका अनादर माना जाता है। साथ ही इस भूल से व्यक्ति की कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर होता है, जो परिवार में आर्थिक तंगी की वजह बन सकता है। साथ ही जातक को कई तरह की शारीरिक और मानसिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है। 

किस रंग के जूते-चप्पल पहनना शुभ होता है? 

वास्तु शास्त्र के मुताबिक, पीले रंग को छोड़कर जातक काले, नीले, सफेद, ब्राउन, हरे या लाल इत्यादि रंगों के जूते-चप्पल पहन सकते है। ज्योतिष विज्ञान में इन रंगों के जूते-चप्पल पहनने को लेकर किसी भी तरह के वास्तु दोष का उल्लेख नहीं है। 

डिस्क्लेमर: यह जानकारी ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।