Car Radiator: किसी भी कार को अच्छे से काम करने के लिए नियमित रूप से बकाया देखभाल की आवश्यकता होती है। इसमें से कई काम ऐसे हैं, जिन्हें कार मालिक घर पर ही कर सकता है। कार के रेडिएटर को फ्लश करना भी इन में से एक है। यह कार के इंजन के तापमान को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाता है। जब आपकी कार के रेडिएटर में फ्लूड या गंदगी होती है, तो ये चार संकेत आपको इसे पहचानने में मदद कर सकते हैं...
1) इंजन का ज्यादा गर्म होना:
अगर आपकी कार का इंजन आमतौर पर से अधिक गर्म हो रहा है, लेकिन कूलेंट का स्तर सही है, तो इसका मतलब है कि रेडिएटर ठीक से काम नहीं कर रहा है। ऐसे में रेडिएटर को फ्लश करने की आवश्यकता हो सकती है।
2) कूलेंट लीकेज:
कार से कूलेंट का रिसाव होना या लीक होना भी रेडिएटर की फ्लश की आवश्यकता का संकेत हो सकता है। कूलिंग सिस्टम में जमा गंदगी और मलबा यह संकेत देते हैं कि रेडिएटर की सफाई या मरम्मत की जरूरत हो सकती है।
3) दूषित कूलेंट:
कूलेंट के रंग की जांच करके भी पता लगाया जा सकता है कि क्या रेडिएटर को फ्लश की आवश्यकता है। अगर कूलेंट का रंग मटमैला भूरा यानी धूसर हो गया है, तो इसका मतलब है कि वह दूषित हो चुका है और इंजन के लिए हानिकारक हो सकता है। रेडिएटर फ्लश को कूलेंट फ्लश के तौर पर भी जाना जाता है।
4) इंजन बे से मीठी गंध:
अगर आपकी कार के इंजन से मीठी गंध आ रही है, तो यह साफतौर पर संकेत है कि कूलेंट लीक हो रहा है। ऐसे में रेडिएटर को फ्लश की आवश्यकता हो सकती है। इन संकेतों को ध्यान में रखकर आप अपनी कार के रेडिएटर की स्थिति को जांच सकते हैं और उसे समय रहते मरम्मत या फ्लश कर सकते हैं।
(मंजू कुमारी)