Ola Electric: ओला इलेक्ट्रिक ईवी में आ रही शिकायतों को दूर करने के लिए मिशन मोड में काम कर रही है। पिछले दिनों कंपनी के सीईओ भाविश अग्रवाल ने ग्राहक शिकायतों और कंपनी की विस्तार योजनाओं पर प्रकाश डाला। अग्रवाल ने कहा कि ओला इलेक्ट्रिक के पास मौजूदा वक्त में करीब 780 स्टोर हैं, जिन्हें मार्च तक बढ़ाकर 2000 करने का लक्ष्य है। उन्होंने दूसरी तिमाही में सर्विस कैपेसिटी की चुनौतियों का भी जिक्र किया, जिससे कई सर्विस मामले लंबित हो गए थे। अब कंपनी ने इन लंबित मामलों को 1985 से घटाकर जीरो कर दिया है।
80% ग्राहकों को दो दिन में वापस मिल जाती है गाड़ी: भाविश
शिकायतों पर अग्रवाल ने बताया कि ओला की टी+1 सर्विस के अंतर्गत 80% मामलों में ग्राहकों को उनकी गाड़ी अधिकतम दो दिनों में वापस मिल जाती है। अग्रवाल ने कहा कि 8 लाख यूनिट्स के हिसाब से 80,000 शिकायतें प्रति माह "बहुत ज्यादा नहीं हैं"। उन्होंने बताया कि इनमें से दो-तिहाई शिकायतें मामूली समस्याओं से संबंधित होती हैं, जैसे ढीले पुर्जों को ठीक करना या सॉफ्टवेयर में सहायता प्रदान करना।
हर महीने 80 हजार शिकायतें आने से हो रही थी आलोचना
उल्लेखनीय है कि ओला को हर महीने करीब 80 हजार ग्राहक शिकायतें मिलने के कारण आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। अक्टूबर में ओला को केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) से उपभोक्ता अधिकारों के उल्लंघन, भ्रामक विज्ञापन और अनुचित व्यापार प्रथाओं के आरोप में कारण बताओ नोटिस भी मिला था।
ओला का शुद्ध घाटा दूसरी तिमाही में कम हुआ
आज ओला के शेयरों में शुरुआती गिरावट के बाद सुधार हुआ और यह 6.05% की बढ़त के साथ ₹77.12 पर बंद हुआ। दूसरी तिमाही में कंपनी का शुद्ध घाटा सालाना आधार पर ₹524 करोड़ से घटकर ₹495 करोड़ हो गया है, हालांकि पहली तिमाही के ₹347 करोड़ से घाटा बढ़ा है। ऑपरेशन से इनकम 39% बढ़कर ₹1,214 करोड़ तक पहुंच गई है।
(मंजू कुमारी)