Car Spare Tyre: कार में स्पेयर टायर (स्टेपनी) की जरूरत पड़ने पर अक्सर देखा जाता है कि यह रेगुलर टायर से थोड़ा छोटा होता है। बहुत से लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर ऐसा क्यों होता है, लेकिन अधिकांश लोग इसके तकनीकी कारण से अनजान रहते हैं। आइए, इसके पीछे के कारणों को समझते हैं... 

1) वजन और जगह की बचत
स्पेयर टायर (Car Spare Tyre) को रेगुलर टायर से छोटा और हल्का बनाया जाता है ताकि गाड़ी के कुल वजन पर असर न पड़े। इससे कार का माइलेज बेहतर होता है और ईंधन की बचत होती है। इसके अलावा, छोटे टायर की वजह से गाड़ी में अन्य जरूरी सामान रखने के लिए भी अधिक जगह मिलती है।

2) सीमित दूरी के लिए उपयोग
स्पेयर टायर केवल आपात स्थिति के लिए डिजाइन किया गया है और इसे कार के स्थाई टायर की तरह नियमित उपयोग के लिए नहीं बनाया गया। इसलिए इसे केवल नजदीकी सर्विस सेंटर तक पहुंचने या टायर की मरम्मत करवाने के लिए ही उपयोग करने की सलाह दी जाती है।

3) कम लागत
स्पेयर टायर को छोटा और हल्का बनाने का एक और कारण यह है कि इससे उत्पादन लागत कम होती है। कंपनियां इस प्रकार के टायर का उपयोग कर कार को किफायती बनाने का प्रयास करती हैं, जिससे ग्राहकों को बेहतर मूल्य मिलता है।

4) ड्राइविंग परफॉर्मेंस में बदलाव
स्पेयर टायर छोटा होने के कारण ड्राइविंग परफॉर्मेंस में हल्का बदलाव आ सकता है, लेकिन इसे केवल सीमित दूरी के लिए ही उपयोग करने के कारण इसका प्रभाव खास नहीं पड़ता।

इसलिए, स्पेयर टायर को छोटी और हल्की डिजाइन में तैयार किया जाता है ताकि यह आपकी आपातकालीन जरूरतों को पूरा कर सके, बिना ज्यादा जगह और ईंधन की खपत किए।

(मंजू कुमारी)