Suraksha Diagnostic IPO: सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड का इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) शुक्रवार (29 नवंबर) को ओपन हुआ। निवेशक इस इश्यू के लिए 3 दिसंबर तक अप्लाई कर सकते हैं। कंपनी के शेयर 6 दिसंबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट होंगे। इस IPO के जरिए सुरक्षा डायग्नोस्टिक कुल 846.25 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। यह रकम पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत आएगी। मतलब, नए शेयर जारी नहीं किए जाएंगे और मौजूदा निवेशक अपने 19,189,330 शेयर बेचेंगे।
IPO के लिए इन्वेस्टमेंट डिटेल्स...
- 1) प्राइस बैंड: ₹420 से ₹441 प्रति शेयर।
- 2) मिनिमम इन्वेस्टमेंट: निवेशकों को कम से कम 1 लॉट यानी 34 शेयरों के लिए बिडिंग करनी होगी। अगर आप अपर प्राइस बैंड ₹441 पर 1 लॉट खरीदते हैं, तो इसके लिए ₹14,994 का निवेश करना होगा।
- 3) मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट: रिटेल इन्वेस्टर्स अधिकतम 13 लॉट (442 शेयर) के लिए बिडिंग कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपर प्राइस बैंड के अनुसार ₹1,94,922 का निवेश करना होगा।
- 4) रिजर्वेशन: इश्यू में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए 50%, रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 35% और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए 15% हिस्सा रिजर्व रखा गया है।
क्या करती है कंपनी?
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड की शुरुआत 2005 में हुई थी। यह कंपनी रेडियोलॉजी टेस्टिंग और मेडिकल कंसल्टेंसी सर्विस प्रोवाइड करती है। देशभर में इसकी 8 लैबोरेटरीज, 1 सेंट्रल रेफरेंस लैब, 215 कस्टमर टचपॉइंट, 44 डायग्नोस्टिक सेंटर, 120 पॉलीक्लिनिक हैं। कंपनी 750+ डॉक्टर्स के नेटवर्क के साथ ऑनलाइन और ऑफलाइन मेडिकल कंसल्टेशन भी देती है। कंपनी के बड़े क्लाइंट्स में कई अस्पताल, क्लिनिक और मेडिकल संस्थान शामिल हैं।
IPO क्यों लाती हैं कंपनियां?
IPO (इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग) वह प्रक्रिया है, जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर आम जनता को बेचती है। इसका मुख्य उद्देश्य कारोबार का विस्तार करने के लिए पूंजी जुटाना होता है। कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय नए शेयर जारी करके या मौजूदा शेयर बेचकर पैसा जुटाती है। IPO के जरिए निवेशक कंपनी के शेयर खरीदकर उसका हिस्सा बनते हैं।
निवेश से पहले एक्सपर्ट्स से सलाह लें
सुरक्षा डायग्नोस्टिक का IPO निवेशकों के लिए एक मजबूत विकल्प हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो हेल्थकेयर और डायग्नोस्टिक सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं। लेकिन निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे शेयर बाजार में पैसा लगाने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से चर्चा जरूर करें।