RGPV: (संजीव सक्सेना) मध्य प्रदेश के आरजीपीवी (राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय) के स्थाई कर्मियों और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने बुधवार को कुल सचिव मोहन सेन के कक्ष के समक्ष अपनी लंबित सात सूत्रीय मांगों के समर्थन में जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कर्मचारी संघ के प्रमुख सदस्य अमर अहिरे, जगदीश शर्मा, शाजली इजहार समेत दर्जनों कर्मचारी शामिल रहे।

कर्मचारियों की लंबे समय से लंबित मांगें
मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष अशोक पांडे ने बताया कि कर्मचारियों की सात सूत्रीय मांगें लंबे समय से लंबित पड़ी हुई हैं। कर्मचारियों ने कई बार प्रशासन से इन मांगों पर ध्यान देने की अपील की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इन मांगों में मुख्य रूप से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को स्थाई कर्मी बनाने, स्थाई कर्मियों को नियमित करने, आउट सोर्स प्रथा को समाप्त करने और स्थाई कर्मियों को सरकारी कर्मचारियों के समान अवकाश सुविधाएं देने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं।

कुल सचिव द्वारा आश्वासन
कर्मचारियों ने बताया कि कुल सचिव मोहन सेन ने उन्हें लिखित आश्वासन दिया था कि उनकी मांगों पर जल्द ही आदेश जारी किया जाएगा। हालांकि, अब तक आदेश जारी नहीं हुआ है, जिस कारण कर्मचारियों में असंतोष और निराशा की भावना व्याप्त है। कुल सचिव ने इस संबंध में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को स्थाई कर्मी बनाने के लिए सात सदस्यीय एक कमेटी भी गठित की थी। इस कमेटी की बैठक भी हो चुकी है और प्रस्ताव तैयार कर अनुमोदन के लिए कुल सचिव को भेजे गए थे, लेकिन अब तक कोई मुख्य आदेश नहीं आया है।

कर्मचारियों का गुस्सा बढ़ा
विभिन्न कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांगों की अनदेखी और लंबे समय तक टलती रही असमर्थता ने उन्हें और उनके परिवारों को आर्थिक और मानसिक परेशानियों का सामना कराया है। कर्मचारी सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन से यह चाहते हैं कि उनके जीवन यापन की स्थिति सुधारी जाए और उनकी लंबित मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।