Junior Mehmood Veteran Actor Naeem Sayyed Passes Away: हिंदी सिनेमा में चार दशकों तक अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले अभिनेता जूनियर महमूद नहीं रहे। वे 67 साल के थे। उन्हें पेट का कैंसर था। बीमारी का पता भी फोर्थ स्टेज में पता चला। मुंबई के टाटा मेमोरियलल अस्पताल में इलाज चल रहा था और इस समय वे घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे। अफसोस की बात है कि उनकी हालत बेहद खराब हो गई, जिससे उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ी, लेकिन वह कैंसर से उत्पन्न चुनौतियों से उबर नहीं सके।
असली नाम नईम सैय्यद था
जूनियर महमूद का असली नाम नईम सैय्यद था। उन्हें कारवां, हाथी मेरे साथी, और मेरा नाम जोकर जैसी बॉलीवुड क्लासिक्स में उनकी यादगार भूमिकाओं के लिए जाना जाता है। करीबी दोस्त सलाम काजी ने बताया कि जूनियर महमूद दो महीने से बीमार थे। शुरुआत में इसे मामूली बीमारी माना गया था। हालांकि, बाद में पीलिया के साथ-साथ लिवर, फेफड़े और आंत में एक ट्यूमर का पता चला। इसे फोर्थ स्टेज के कैंसर के रूप में पहचाना गया। अंतिम संस्कार दोपहर करीब 12 बजे सांताक्रूज़ पश्चिम के जुहू मुस्लिम कब्रिस्तान में किया जाएगा।
जॉनी लीवर, जीतेंद्र और सचिन ने आखिरी समय में की मुलाकात
जॉनी लीवर, जीतेंद्र और सचिन पिलगांवकर जैसे दिग्गजों ने हाल ही में बीमार अभिनेता से मुलाकात की थी। दिवंगत कॉमेडी आइकन महमूद द्वारा अपने उपनाम से सम्मानित जूनियर महमूद ने मोहब्बत जिंदगी है (1966) और नौनिहाल (1967) से एक बाल कलाकार के रूप में अपना करियर शुरू किया। चार दशक के शानदार करियर में उन्होंने सात भाषाओं में 250 से अधिक फिल्मों में काम किया। जिनमें ब्रह्मचारी, कटी पतंग, हरे राम हरे कृष्णा और आज का अर्जुन जैसी हिट फिल्में शामिल हैं। उनकी टेलीविजन प्रस्तुतियों में प्यार का दर्द है मीठा मीठा प्यारा प्यारा और एक रिश्ता साझेदारी का जैसे लोकप्रिय शो शामिल थे।