Prachi Desai: छोटे पर्दे से बड़े पर्दे पर आईं प्राची देसाई का सिक्का ओटीटी पर काफी जम चुका है। इन दिनों वह ओटीटी फिल्म ‘साइलेंस : द नाइट आउल बार शूटआउट’ को लेकर चर्चा में हैं। फिल्म में प्राची का क्या किरदार है? क्या प्राची देसाई ने फिल्मों से बना ली है दूरी? करियर से जुड़े अहम सवालों पर प्राची देसाई की हरिभूमि से खास बातचीत...
ओटीटी की लोकप्रियता को देखते हुए बॉलीवुड और टीवी से जुड़े कई नामी सितारों ने इसकी ओर रुख किया है। इनमें एक और एक्ट्रेस प्राची देसाई का नाम जुड़ गया है। उन्होंने ओटीटी पर फिल्म ‘साइलेंस’ फिल्म में डेब्यू किया था। प्राची ने तेलुगू भाषा के सुपरस्टार नागा चैतन्य के साथ भी एक वेब शो ‘धूता’ किया है। इन दिनों वह मनोज बाजपेयी के साथ ‘साइलेंस: द नाइट आउल बार शूटआउट’ को लेकर चर्चा में हैं। यह फिल्म 16 अप्रैल को जी-5 पर रिलीज होगी।
फिल्म के बड़े पर्दे और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर काम करके क्या फर्क पाती हैं?
मेरी नजर में ओटीटी के लिए शूटिंग करना ज्यादा आसान है। सात-आठ एपिसोड्स की कहानी वाले वेब शो की शूटिंग ज्यादा से ज्यादा एक से डेढ़ महीने में खत्म हो जाती है। फिल्मों में बड़ा ताम-झाम होता है। बल्क में डेट्स ली जाती है। कभी फिल्म की शूटिंग नहीं हो पाई तो पूरा शेड्यूल गड़बड़ा जाता है। मेहनत तो फिल्म और ओटीटी दोनों जगहों पर है ही। वैसे ओटीटी पर मुझे फिल्मों के मुकाबले ज्यादा चैलेंजिंग किरदार मिल रहे हैं।
आपने कुछ वर्ष पहले ‘साइलेंस’ सीजन-1 भी की थी। इसी फिल्म का दूसरा सीजन करने की क्या खास वजह रही?
2020 के कोरोना लॉक डाउन के दौर में मैंने फिल्म ‘साइलेंस’ सीजन-1 की थी। यह एक सस्पेंस-थ्रिलर जॉनर की बहुत दिलचस्प फिल्म है। इस जॉनर की फिल्में आजकल खूब पसंद की जा रही हैं। ‘साइलेंस’ सीजन 1 की शूटिंग के समय बहुत सारे प्रोटोकॉल निभाने थे। शूटिंग करने की भी इजाजत आसानी से नहीं मिलती थी। इस मुश्किल समय में शूटिंग करना बिल्कुल आसान नहीं था। लेकिन सभी कलाकारों ने मिलजुल कर काम किया। उस अनुभव को, उन दिनों को मैं कभी नहीं भूला सकती। हम बस इंतजार ही कर रहे थे कि कब ‘साइलेंस’ का दूसरा सीजन बने। जब दूसरे सीजन का ऑफर मिला, इसे एक्सेप्ट करना तो बनता ही था।
क्या कहानी-किरदार का आकर्षण नहीं था आपके लिए?
ऑफकोर्स था। कलाकार के लिए कहानी और किरदार का आकर्षण ना हो तो वह कलाकार कैसा? फिल्म में अभिनेता मनोज बाजपेयी के साथ काम करना एक बहुत बड़ा आकर्षण किसी भी एक्टर के लिए हो सकता है।
फिल्म में अपने किरदार के बारे में बताएं?
इस फिल्म में मेरा किरदार इन्वेस्टिगेटिव पुलिस ऑफिसर संजना भाटिया का है। मेरा किरदार अंडर कवर्ड है। मस्ती-मजाक में भी पुलिस ऑफिसर संजना भाटिया अपने कर्तव्य को उचित अंजाम देती है।
अपने किरदार के लिए आपने क्या कोई खास तैयारी की थी? इसके लिए निर्देशक की कोई विशेष हिदायत थी?
अमूमन पुलिस अफसर जब किसी हीरो को दिखाया जाता है तब उसमें अकसर कई एक्शन सीन होते है, लेकिन निर्देशक अबन भरुचा देवहंस, जो एक सक्षम महिला निर्देशक हैं, उन्होंने मेरे किरदार को थोड़ा लाइट हार्टेड बनाया। सभी पुरुष पुलिस वालों में मैं एक महिला पुलिस ऑफिसर हूं, जो कहानी में हल्के-फुल्के संवाद बोलती है, सभी को हंसाती रहती है। संजना के कारण तनाव भरे माहौल में हल्का-फुल्का माहौल बनता है। छोटे-मोटे एक्शन सीन हैं, लेकिन बहुत ज्यादा नहीं। यह मर्डर मिस्ट्री है। कहानी में सभी कड़ियों को जोड़े रखने में संजना कारगर मालूम होती है। इसलिए एक्शन, स्टंट्स करने वाली यह पुलिस अफसर नहीं है। यह संजना दर्शकों को याद रहेगी।
आप अचानक फिल्मों से गायब हो गईं, अब चार वर्षों बाद ओटीटी पर नजर आ रही हैं? आप फिल्मों से दूर क्यों हुईं?
मैं फिल्मों में नजर नहीं आई, जिसके कई कारण थे। कोरोना काल के लॉक डाउन में मेरी क्या शायद ही किसी अन्य एक्टर की फिल्म रिलीज हुई हो। मैंने जो फिल्में साइन की थीं, उनमें कोई फिल्म शुरू नहीं हो पाई। मैं अपने पैशन के लिए फिल्में करती हूं, यह जरूरी नहीं मेरी हर वर्ष दो-चार फिल्में रिलीज हों। एक वर्ष में बस एक फिल्म रिलीज हो, जिसे करने में मुझे खुशी हो, इतना काफी है मेरे लिए। मैं बहुत चूजी हूं, जो पसंद आए सिर्फ उसे ही एक्सेप्ट करती हूं। ओटीटी पर जो भी प्रोजेक्ट किए, मेरे परफॉर्मेंस की प्रशंसा हुई। ऐसा नहीं है कि मैं बड़े पर्दे से दूर हो गई हूं।
‘साइलेंट’ सीजन-2 के अलावा ओटीटी प्लेटफॉर्म पर इधर और क्या किया है?
अमेजॉन प्राइम पर ‘धूता’ रिलीज हुए अभी तीन महीने हुए हैं। इस वेब शो का रिजल्ट काफी उत्साहवर्धक रहा। आठ कड़ियों वाले इस शो का जो फीडबैक मिला, देखकर खुशी हुई। लगा मेरा यह निर्णय सही था कि मैं ओटीटी के नए प्लेटफॉर्म पर खुद को आजमा लूं। विक्रम कुमार इसके निर्देशक हैं, मेरे को-स्टार नागा चैतन्य हैं। मुझे निर्देशक विक्रम कुमार और नागा चैतन्य ने काफी कन्विंस किया कि मैं यह शो कर खुद को आजमाऊं। अगर मेरे लिए यह रिस्क है तो रिस्क लेना सही है। बिना रिस्क, बिना चैलेंज एक एक्टर के रूप में मैं कैसे ग्रो करूंगी? उनके इस तरह समझाने के बाद मैं वेब शो ‘धूता’ के लिए मान गई थीं और ये इस वेब शो का पहला सीजन है और दूसरे सीजन की तैयारी चल रही है।
पूजा सामंत