10 Jul 2024
भारत में काफी वक्त से पेड मेंस्ट्रुअल लीव की मांग को लेकर बहस जारी है। महिलाओं को पीरियड्स के दौरान छुट्टी मिलनी चाहिए या नहीं इसपर काफी बहस है।
सुप्रीम कोर्ट ने पीरियड लीव पर केंद्र सरकार को एक मॉडल पॉलिसी बनाने का निर्देश दिया है। इसपर अदालत ने विचार करने से साफ इनकार कर दिया है।
लेकिन महिलाओं को महावारी में ऐसा क्या होता है कि उन्हें छुट्टी लेने की जरूरत पड़ती है। जानिए...
स्त्री रोग विशेषज्ञों के मुताबिक, हर महिला का शारीरिक बनावट अलग-अलग है और उनके अनुभव भी अलग हैं। कई महिलाओं को पीरियड्स के दौरान असहनीय दर्द होता है।
जैसे- पेट और पीठ में दर्द, कमजोरी, थकान, उल्टी मतली, सिर्ददर्द, पैरदर्द और कमर दर्द। कई महिलाएं ऐसे समय में उठने-बैठने में भी असमर्थ होती हैं।
प्रीमैन्स्ट्रुअल सिंड्रोम के कारण महिलाओं को चिड़चिड़ापन और कमजोरी होती है जिसके कारण उनके दैनिक कार्यों पर भी असर पड़ता है। कई महिलाओं को हॉस्पिटल तक जाना पड़ जाता है।
भारत में सिर्फ तीन राज्यों- बिहार, केरल और सिक्किम में पीरियड लीव को लेकर नियम हैं। इन राज्यों में महिलाओं को महीने में 2-3 दिन की पेड लीव लेने का हक है।