Dementia Symptoms: डिमेंशिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें मस्तिष्क की कोशिकाएं धीरे-धीरे नष्ट हो जाती हैं, जिससे सोचने, याद रखने और निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होती है। यह एक गंभीर बीमारी है जो व्यक्ति के दैनिक जीवन को बहुत प्रभावित कर सकती है।

डिमेंशिया के लक्षण  क्या हैं?
डिमेंशिया के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं और व्यक्ति से व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं। कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

याददाश्त का कमजोर होना: हाल की घटनाओं को याद रखने में कठिनाई, बार-बार एक ही सवाल पूछना।
भाषा में समस्या: शब्दों को ढूंढने में कठिनाई, बातचीत में शामिल होने में कठिनाई।
दिशा और समय की समझ में कमी: परिचित जगहों पर खो जाना, तारीख और समय का पता नहीं लग पाना।
विचार करने और निर्णय लेने में कठिनाई: जटिल कार्यों को पूरा करने में कठिनाई, खराब निर्णय लेना।
व्यवहार में बदलाव: चिड़चिड़ापन, उदासी, आक्रामकता, या उदासीनता।
वस्तुओं को गलत जगह पर रखना: चाबियां, पर्स या चश्मे जैसी चीजों को खो देना।

इसे भी पढ़ें: Brinjal Side Effects: स्वाद के चक्कर में खा रहे हैं बैंगन? 6 परेशानियों में बना लें दूरी; बढ जाएगी मुसीबत

डिमेंशिया के कारण
डिमेंशिया के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें सबसे आम हैं

अल्जाइमर रोग: यह डिमेंशिया का सबसे आम कारण है। इसमें मस्तिष्क में असामान्य प्रोटीन जमा हो जाते हैं, जिससे मस्तिष्क कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं।
वैस्कुलर डिमेंशिया: यह स्ट्रोक या मस्तिष्क में रक्त के थक्के के कारण होता है।
लेवी बॉडी डिमेंशिया: इस प्रकार के डिमेंशिया में मस्तिष्क कोशिकाओं में असामान्य प्रोटीन जमा हो जाते हैं।
फ्रंटोटेम्पोरल डिमेंशिया: यह मस्तिष्क के सामने के हिस्से और टेम्पोरल लोब को प्रभावित करता है।

इसे भी पढ़ें: Beetroot Juice: खून की कमी दूर करेगा चुकंदर का जूस, वजन घटाने में भी होगी मदद, 7 फायदे हैं कमाल

डिमेंशिया से बचाव
हालांकि डिमेंशिया को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता है, लेकिन कुछ चीजें करके इसके जोखिम को कम किया जा सकता है:

स्वस्थ जीवनशैली: नियमित व्यायाम करें, संतुलित आहार लें, पर्याप्त नींद लें और तनाव को कम करें।
रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह को नियंत्रित करें: ये स्थितियां डिमेंशिया के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।
मानसिक रूप से सक्रिय रहें: पढ़ना, लिखना, पहेलियाँ हल करना और नए कौशल सीखना मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
सामाजिक रूप से जुड़े रहें: दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं।
धूम्रपान न करें: धूम्रपान मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)