Brain Health Tips: आजकल की व्यस्त जिंदगी में सिर्फ शरीर की सेहत पर ही असर नहीं पड़ता है, बल्कि ब्रेन हेल्थ पर भी प्रभाव देखे जाते हैं। दिमाग लगातार किसी ने किसी बात पर दौड़ता रहता है और इसका नतीजा होता है कि कई बार हम काफी ज्यादा दिमागी थकान महसूस करने लग जाते हैं। कई स्टडीज में ये सामने आ चुका है कि दिमाग को कई कारणों से रेस्ट की जरूरत होती है।
दिमाग में लगातार कुछ न कुछ विचार आते रहना और किसी न कसी बात को सोचते रहने से मानसिक थकान महसूस होने लगती है। बता दें कि कम्प्यूटर तक 24/7 डेटा को प्रोसेस नहीं कर सकता है और क्रेश हो जाता है तो फिर ये तो हमारा दिमाग है जिसकी हम बात कर रहे हैं। इसे भी समय-समय पर रेस्ट की जरूरत होती ही है।
6 तरीकों से दिमाग करें रिफ्रेश
अच्छी नींद - दिमाग को रिलैक्स करने के लिए अच्छी नींद सबसे अच्छी दवा मानी जाती है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार वयस्कों को 7-9 घंटे की रोजाना नींद लेना चाहिए। अगर इससे कम नींद ली जाती है तो ये हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी की बीमारियों और डिप्रेशन का कारण बन सकता है।
एक्सरसाइज़ - वेबएमडी के मुताबिक रोजाना वर्कआउट का शरीर के साथ दिमाग को भी काफी लाभ पहुंचता है। इससे ब्रेन को रिलैक्स करने में मदद मिलती है। वर्कआउट के दौरान दिमाग को ब्रेक भी मिल जाता है।
सही खान-पान - दिमाग को रिलैक्स करने और रिफ्रेश रखने के लिए सही खान-पान भी जरूरी होता है। हेल्दी लाइफस्टाइल ब्रेन को रेस्ट देने में भी मदद करती है। हेल्दी डाइट फिजिकल हेल्थ के साथ ही मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाए रखने के लिए भी जरूरी होती है।
माइंडफुल ब्रेक - दिमाग को रेस्ट देने के लिए समय-समय पर समझदारी भरे ब्रेक देना जरूरी होते हैं। काम के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक देना भी फायदेमंद होता है। इससे दिमाग को आराम मिलता है और फिर दोबारा पुरानी फ्रेशनेस के साथ काम शुरू किया जा सकता है।
डिजिटल डिटॉक्स - दिमाग को आराम देने के लिए डिजिटल डिटॉक्स बेहद जरूरी होता है। आजकल दिनभर में कई घंटे मोबाइल, टीवी और लैपटॉप पर गुजर जाते हैं, ऐसे में दिमाग काफी थक जाता है। ऐसे में दिन में कुछ वक्त के लिए इन चीजों से दूरी बनाएं और ब्रेन को रिलैक्स होने का मौका दें।
सामाजिक मेल-जोल - आप अगर एक जैसा काम करते हैं या फिर एक जैसी जिंदगी ही जीते हैं तो इससे भी दिमाग जल्दी थकने लगता है। दिमाग को रिफ्रेश करने के लिए सामाजिक मेल-जोल बढ़ाना एक बढ़िया विकल्प होता है। अपने परिवार, दोस्तों के साथ कनेक्टेड रहें और समय मिलने पर उनसे जरूर मुलाकात करें। इससे दिमाग को रिलैक्स रखने में भी मदद मिलेगी।