Sawan Somvar Vrat: हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार श्रावण मास यानी सावन का महीना महादेव भोलेनाथ को समर्पित है। भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए सावन का पूरा महीना शुभ माना जाता है। इस दौरान भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं।
खासकर सावन में सोमवार के दिन व्रत रखने का बड़ा महत्व होता है। इस व्रत को महिलाएं और पुरुष दोनों ही रखते हैं, लेकिन यह व्रत कुंवारी कन्याओं के लिए बेहद खास माना जाता है।
सोमवार के व्रत का महत्व
ऐसा कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति इस महीने में खासकर और सोमवार का व्रत रखता है, उनपर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सावन सोमवार के दिन और सावन महीने में महादेव की पूजा-अर्चना का विधान होता है। खासकर सोमवार का दिन भोलेनाथ और उनकी पत्नी माता पार्वती को समर्पित होता है इसलिए इस दिन उनकी पूजा, अराधना करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
महिलाओं के लिए क्यों खास सोमवार का व्रत
धर्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त किया था। कहा जाता है कि पार्वती जी ने कठोर तप करके भोलेनाथ को प्रसन्न किया था जिसके बाद सावन के महीने में ही शिव जी प्रकट हुए थे और उन्होंने माता पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था।
- ऐसे में माना जाता है कि जो भी महिलाएं सावन सोमवार का व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा करती हैं, उन्हें अखंड सौभाग्य की प्राप्ति का वरदान मिलता है।
- धर्मगुरुओं के अनुसार कुंवारी कन्याओं को सावन सोमवार का व्रत जरूर रखना चाहिए, ताकि उन्हें मनचाहे वर की प्राप्ति हो।
- इसके अलावा जिन लड़कियों की शादी में देरी हो रही है उन्हें भी यह व्रत करना चाहिए। इससे उनके संयोग सुधरते हैं और शादी के योग बनने शुरू हो जाते हैं।
ये भी हैं लाभ
साथ ही सोमवार व्रत को रखने से घर में सुख-समृद्धि आती है। कहा जाता है कि जो भी इस दिन व्रत करता है उसकी सभी मानोकामनाएं पूरी होती हैं साथ ही जीवन में आने वाली सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है। अगर विवाहित महिलाएं और पुरुष सावन सोमवार का व्रत रखते हैं तो उनके वैवाहिक जीवन में चल रही समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता है।)