Asli Aur Nakli Pani: आज के इस बिजी लाइफस्टाइल में प्लास्टिक की बोतल या बोतलबंद मिनरल वाटर का इस्तेमाल अधिक होता जा रहा हैं। लोग अक्सर यात्रा के दौरान, ऑफिस में या अन्य जगह अपनी प्यास बुझाने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं।
इसका हमारे स्वास्थ पर भी असर पड़ सकता है, दूषित पानी और नकली पानी पीने से कई तरह के गंभीर बीमारी हो सकती है।
ऐसे करें पहचान?
आपको बता दें कि, बोतलों पर छपे ISI मार्क के कोड के माध्यम से आप असली और नकली पानी की पहचान कर सकते हैं। बोतल में छपे ISI कोड से आप यह जान सकते हैं कि पानी ठीक है या दूषित
ऐसे करें चेक
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जब आप BIS Care एप्लिकेशन खोलेंगे, तो आपको कुछ आइकन्स दिखाई देंगे।
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इनमें से एक ISI होगा, जिस पर वेरिफाई लाइसेंस डिटेल लिखा होगा।
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इस पर क्लिक करने पर आपको CM/L-10 का एक 10 डिजिट का कोड मिलेगा।
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यह कोड आपको खरीदी गई बोतल की पैकेजिंग से कॉपी करना होगा।
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उसके बाद आप आसानी से असली और नकली के बीच पहचान कर सकते हैं।
रेगुलर पानी से अलग पैकेज्ड वाटर
भारत में बोतलबंद पानी का बड़ा मार्केट है। देश में मिनिरल वाटर सबसे अधिक बिकने वाला पानी है। इसमें बड़ी मात्रा में मिनिरल गैसें घुली होती ये रेगुलर पानी से अलग होता है, क्योंकि इसमें कैल्शियम कार्बोनेट, मैग्नीशियम सल्फेट, पोटेशियम और सोडियम सल्फेट अधिक होते हैं।