मधुरिमा राजपाल, भोपाल

Skin Tips: नवरात्रि में गरबा करने की परंपरा केवल गुजरात में ही प्रसिद्द नहीं है अब तो यह ट्रेंड हर जगह देखने को मिलता है। जहां शहर में बड़े बड़े पंडालों में गरबा होता है, तो वहीं सोसायटी में छोटे स्तर पर भी गरबा का ट्रेंड देखा जा सकता है। जिसमें बच्चों से लेकर बड़े तक पूरे जोश और उत्साह से गरबा करते हैं। इस दौरान जहां लगातार कई घंटों तक गरबा करने से एक अजीब सी थकान महसूस होती है तो वहीं डिहाइड्रेशन की समस्या भी देखने को मिलती है साथ ही धूल की वजह से हाथ पैर भी खराब हो जाते हैं।

स्किन को रिलेक्स वजह से लेती मसाज
हरिभूमि ने जब राजधानी भोपाल की ब्यूटीशियंस से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि महिलाएं या युवतियां केवल नवरात्रि से पहले ही फेशियल, मसाज, पेडीक्योर और मैनीक्योर नहीं कराती बल्कि गरबे की थकान मिटाने और हैवी मेकअप की वजह से स्किन को रिलैक्स देने के लिए भी वो मसाज, फेशियल, पेडीक्योर और मैनीक्योर लेती हैं।

गरबे से पहले ग्लो या स्किन टाइटिंग के लिए कराती हैं फेशियल
राजधानी की ब्यूटीशियन सरिता श्रीवास्तव ने कहा कि जहां गरबे से पहले महिलाएं ग्लो या स्किन टाइटनिंग के लिए फेशियल कराती हैं, वहीं गरबे के बाद की थकान को मिटाने में भी फेशियल काफी कारगार सिद्ध होता हैं क्योंकि इससे स्किन के पोर्स खुलते हैं और चेहरे पर ग्लो आता है।

फेशियल कराती महिला।

धूल, पसीने की वजह से होती स्किन डैमेज
उन्होंने कहा कि गरबे की वजह से काफी धूल, पसीना और अन्य चीजों की वजह से स्किन डैमेज होती है और बेहद थकान महसूस होती है। ऐसे में मसाज से शरीर को काफी रिलेक्स मिल जाता है साथ ही फेशियल से चेहरा तो साफ होता ही है, स्किन में टाइटनिंग भी आती है।

लगातार गरबा करने से हाथ पैर होते हैं डैमेज
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही लगातार कई घंटों तक गरबा करने की वजह से पैरों कट जाते हैं, हाथों की भी हालत खराब हो जाती है ऐसे में पेडीक्योर और मैनीक्योर से काफी राहत मिलती है। इससे हाथों और पैरों को थकान से निजात मिलती है। 

डिहाइड्रेशन से बचने के लिए खूब पिएं पानी 
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही डिहाइड्रेशन की वजह से भी आपकी स्किन खराब होती है ऐसे में आपको अपनी स्किन के लिए नींबू पानी का सेवन करना चाहिए, बीच बीच में पानी पीते रहना चाहिए। साथ ही गरबे के बाद भी अपनी फिटनेस और डाइट को मेंटेन करके भी आप स्किन को ठीक कर सकते हैं।

हेल्थ टिप्स

  • मौसमी फलों को आहार में शामिल करें।
  • फास्ट फूड और कोल्ड ड्रिंक के सेवन से करें परहेज।
  • आहार में संतुलित भोजन में दही, पनीर, सब्जी लें।
  • जहां तक हो बाहर के अनहाइजीनिक खाने से बचें।
  • डायबिटीज और दिल के रोगी तली चीजों नहीं खाएं।
  • ध्यान रखें, शरीर में बिल्कुल नहीं हो पानी की कमी।