Turmeric Jaggery Benefits:सर्दियों के मौसम में हल्दी और गुण का सेवन काफी फायदेमंद होता है। औषधीय गुण से भरी हल्दी और गुड़ दोनों की तासीर गर्म होती है और ये इम्यूनिटी बूस्ट करती हैं। इन्हें साथ खाने से मेटाबॉलिज्म में भी सुधार आता है और इन्फ्लेमेशन कम होता है। आयुर्वेद में भी गुड़ और हल्दी साथ खाने के फायदे बताए गए हैं। आइए जानते हैं इन दोनों चीजों को साथ खाने से शरीर को किस तरह के लाभ मिलते हैं।

एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज - हल्दी में एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं जो कि इसमें मौजूद तत्व करक्यूमिन की वजह से होती है। क्रोनिक इन्फ्लेमेशन कई हेल्थ इश्यू की वजह से हो सकता है, ऐसे में हल्दी इसे घटाने का काम करती है। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार गुड़ में भी एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं और दोनों चीजें साथ में खाने से बेहतर तरीके से हीलिंग होती है। 

हल्दी-गुड़ के फायदे।

डाइजेस्टिव हेल्थ - आजकल की लाइफस्टाइल में पाचन से जुड़ी समस्याएं बेहद कॉमन हो गई हैं। हल्दी और गुड़ दोनों ही डाइजेस्टिव एंजाइम को प्रोड्यूस करती हैं, जिससे पाचन प्रक्रिया में सुधार आता है। सुबह खाली पेट इन चीजों का सेवन बेहद लाभकारी हो जाता है। गुड़ बॉवेल मूवमेंट बढ़ाने वाला और कब्ज को दूर करने वाला होता है। गुड़-हल्दी मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ाते हैं। 

गुड़-हल्दी में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं।

डिटॉक्सिफिकेशन - हल्दी में डिटॉक्सिफाइंग प्रॉपर्टीज पायी जाती हैं जो कि लिवर के फंक्शन को बेहतर बनाती है। माना जाता है कि गुड़ खाने से भी शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। ऐसे में गुड़ और हल्दी को साथ खाने से शरीर में नेचुरल डिटॉक्सिफिकेशन की प्रक्रिया होने लगती है। 

हल्दी-गुड़ शरीर डिटॉक्सिफाई करते हैं।

इम्यूनिटी - गुड़ और हल्दी दोनों ही शानदार इम्यूनिटी बूस्टर भी माने जाते हैं। हल्दी में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुण होते हैं जो कि इम्यून सिस्टम को सपोर्ट करते हैं। गुड़ में कई तरह के मिनरल्स और विटामिंस होते हैं जो कि ओवरऑल इम्यून हेल्थ को बेहतर बनाते हैं। दोनों को साथ खाने से शरीर के डिफेंस मैकेनिज्म में सुधार आता है।

हल्दी-गुड़ से इम्यूनिटी बूस्ट होती है।

दोष होंगे बैलेंस - आयुर्वेद के अनुसार शरीर तीन दोषों (वात, पित्त और कफ) से बनी हैं। इन तीनों दोषों का शरीर में बैलेंस बना रहना जरूरी होता है। माना जाता है कि हल्दी इन तीनों दोषों को बैलेंस करती है, वहीं गुड़ वात और पित्त दोषों को बैलेंस करने वाला होता है।