Car Accident: कार दुर्घटना एक अप्रत्याशित घटना है जो किसी के भी साथ हो सकती है। दुर्घटना के समय घबराना स्वाभाविक है, लेकिन स्थिति को संभालना बेहद जरूरी है। दुर्घटना के बाद कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाना चाहिए ताकि आगे चलकर किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। दुर्घटना के बाद अक्सर लोग ऐसे काम करते हैं जिससे उनकी परेशानी कम होने के बजाय बढ़ सकती है।
किसी भी दुर्घटना के बक्त दिमाग को स्थिर रखना बेहद जरूरी होता है। मुश्किल समय में लिए गए सही त्वरित निर्णय बड़ी मुसीबत से आपको बचा सकते हैं। आइए जानते हैं एक्सीडेंट से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण टिप्स।
इन बातों का रखें ध्यान
गाड़ी रोककर इंजन बंद करें
सबसे पहले, गाड़ी को रोकें और इंजन बंद करें। हैंडब्रेक लगाकर गाड़ी को खिसकने से रोकें और हाजर्ड लाइट्स चालू करें। इसके बाद खुद और अपने साथ यात्रा कर रहे लोगों की सुरक्षा जांचें। यदि किसी को गंभीर चोट लगी है तो तुरंत आपातकालीन सेवाओं को बुलाएं। यदि सड़क अवरुद्ध है तो भी आपातकालीन सेवाओं को सूचित करना आवश्यक है।
घबराहट में निर्णय न लें
दुर्घटना के बाद शांत रहने का प्रयास करें। जल्दबाजी में कोई फैसला न लें, खासकर अगर यह लगता है कि दुर्घटना आपकी गलती नहीं है। शांत रहकर ही आप सही निर्णय ले पाएंगे।
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कानूनी बातों का ध्यान रखें
जब तक आप सभी तथ्यों को नहीं जान लेते, तब तक जिम्मेदारी स्वीकार न करें। हालांकि, कानून के अनुसार, यदि दुर्घटना के कारण कोई नुकसान या चोट पहुंची है, तो आपको अपनी जानकारी जैसे नाम और पता, सभी शामिल लोगों के साथ साझा करना होगा।
रिकॉर्डिंग करें
जितना हो सके सब कुछ रिकॉर्ड करें। अन्य वाहनों के बीमा विवरण, वाहन में सवार अन्य यात्रियों की जानकारी और दुर्घटना के गवाहों की जानकारी अवश्य लें। दुर्घटना का समय, स्थान और आसपास के वातावरण के बारे में भी नोट्स बनाएं। वाहनों के ब्रांड, मॉडल और रंग की जानकारी भी दर्ज करें। यदि आपके वाहन में डैशकैम लगा हुआ है, तो सुनिश्चित करें कि उसने घटना के क्षण को रिकॉर्ड किया है।
दुर्घटना के बाद गाड़ी न चलाएं
यदि आपने किसी अन्य कार को गलती से क्षतिग्रस्त कर दिया है, तो भी अपने विवरण छोड़ दें। आपको गाड़ी नहीं चलानी चाहिए। यदि कोई राहगीर या सीसीटीवी कैमरा आपको गाड़ी चलाते हुए देख लेता है तो यह आपके लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
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इंश्योरेंस कंपनी से संपर्क करें
दुर्घटना के तुरंत बाद अपनी बीमा कंपनी से संपर्क करें। आपको अपनी पॉलिसी विवरण और अन्य वाहनों के विवरण के साथ-साथ सभी वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर भी प्रदान करने होंगे। यहां तक कि अगर आप दावा नहीं भी करते हैं, तो भी अपनी बीमा कंपनी को घटना के बारे में सूचित करना एक अच्छा विचार है।
(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले संबंधित एक्सपर्ट से परामर्श जरूर लें।)