Pakistani Hindus Asthis Ashes Reached India: पाकिस्तान के कराची स्थित पुराने गोलिमार श्मशान घाट में 400 हिंदू मृतकों की अस्थियां वर्षों से विसर्जन की प्रतीक्षा में थीं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हिंदू परिवार अपने प्रियजनों की अस्थियां गंगा में प्रवाहित करना चाहते थे, लेकिन वीजा की कठिनाइयों के कारण यह संभव नहीं हो पाया। सोमवार (3 फरवरी) को आखिरकार ये अस्थियां पंजाब के अमृतसर के वाघा-अटारी बॉर्डर के जरिए भारत पहुंचीं। इस पूरी प्रक्रिया में श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर समिति और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अहम भूमिका निभाई।
महाकुंभ योग में भारत लाने की मिली इजाजत
महाकुंभ योग के दौरान भारत सरकार ने इन अस्थियों को भारत लाने के लिए वीजा जारी किया है। रविवार (2 फरवरी) को कराची के श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर में विशेष प्रार्थना सभा आयोजित हुई। मृतकों के परिजनों ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। इस धार्मिक अनुष्ठान में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और विधिपूर्वक अपने परिजनों की अस्थियों को अंतिम विदाई दी। यह पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान से हिंदू अस्थियां भारत भेजी गई हैं, लेकिन इस बार संख्या सबसे ज्यादा हैं।
This week, 8 Hindu families from Pakistan arrived in Bharat seeking permanent refuge
— Swati Goel Sharma (@swati_gs) February 3, 2025
They crossed the border at Amritsar on pilgrim visa, but with no intention of ever returning to a land where their daughters are kidnapped and forcibly converted, homes burnt for slightest… pic.twitter.com/9u2tQQX6Zp
वीजा न मिलने पर सिंधु में विसर्जन की थी योजना
पाकिस्तान के रहने वाले लोग वर्षों से इस दिन का इंतजार कर रहे थे। अगर भारत सरकार से इजाजत नहीं मिलती, तो इन लोगों को मजबूरी में सिंधु नदी में अस्थियां विसर्जित करना पड़ता। हिंदू धर्म में गंगा को मोक्षदायिनी माना जाता है। यही वजह है कि पाकिस्तानी हिंदुओं की दिली तमन्ना थी कि उनके परिजनों की अस्थियां हरिद्वार में ही विसर्जित की जाए। ऐसे में महाकुंभ जैसे पवित्र समय में अस्थि विसर्जन करने का मौका मिलने पर पाकिस्तानी हिंदुओं ने खुशी जाहिर की है।
Amritsar, Punjab: The Asthi Visarjan of 400 Hindus and Sikhs who passed away in Pakistan have arrived in India via the Attari-Wagah border. The ashes, brought by a 6-7 member delegation, include 350 from Hindu families and 50 from Sikh families. They will be immersed in the… pic.twitter.com/msgncbD10s
— IANS (@ians_india) February 3, 2025
400 अस्थियों के साथ भारत पहुंचे श्रीराम नाथ मिश्रा महाराज
कराची के श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर समिति के अध्यक्ष श्रीराम नाथ मिश्रा महाराज 400 अस्थि कलश लेकर भारत पहुंचे हैं। इससे पहले 2011 में 135 और 2016 में 160 अस्थियां हरिद्वार भेजी गई थीं, लेकिन इस बार संख्या कहीं ज्यादा है। मिश्रा महाराज ने मीडिया को बताया कि अस्थि कलश मिट्टी के पारंपरिक घड़ों के बजाय सफेद प्लास्टिक के जार में रखे गए हैं, ताकि सफर के दौरान सुरक्षित रह सकें। वाघा बॉर्डर पर हिंदू संगठनों और परिवारों ने यह सभी अस्थियां हैंडओवर ली। अब इन्हें सुरक्षित हरिद्वार पहुंचाया जाएगा।
हरिद्वार में दो सप्ताह तक होंगी प्रार्थनाएं
भारत पहुंचने के बाद अस्थियां सीधे हरिद्वार भेजी जाएंगी, जहां अगले दो सप्ताह तक विशेष धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे। श्रीराम नाथ मिश्रा महाराज ने कहा कि मैं इस पुण्य कार्य में सहयोग करने के लिए खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं। महाकुंभ के समापन तक श्रीराम नाथ मिश्रा महाराज हरिद्वार में रुककर मृत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थनाएं करेंगे। सारी विधि विधानों के पूरा होने के बाद अंत में विधिपूर्वक गंगा में इन अस्थियों का विसर्जन किया जाएगा।