Bharat Tex 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राजधानी दिल्ली में 'भारत टेक्स 2024' एक्पो का शुभारंभ किया। भारत मंडपम (Bharat Mandapam) सेंटर में शुरू हुई तीन दिवसीय प्रदर्शनी में देशभर के टेक्सटाइल उद्योग के दिग्गज शामिल हुए। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के करोड़ों लोगों का रोजगार टेक्सटाइल इंडस्ट्री से जुड़ा है। हमारी खादी में दुनिया में जाने की ताकत है, लेकिन हमने इसे आजादी के आंदोलन और नेताजी तक सीमित कर दिया। खादी ने गांवों में महिलाओं को सशक्त बनाया है। हम दुनिया से आए फैशन को फॉलो न करें। हम फैशन की दुनिया में खुद ब्रांड बनें।
1) 'हम टेक्सटाइल सेक्टर में ग्लोबल हब बनें'
प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि स्थाई सरकार का सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। 2014 में टेक्सटाइल मार्केट का वैल्यूएशन 7 लाख करोड़ था, जो बीते 10 साल में बढ़कर 12 लाख करोड़ को पार कर गया। कपड़ा उद्योग के प्रोडक्शन में भी 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। सरकार का जोर क्वालिटी कंट्रोल पर है। इस सेक्टर में विदेशी निवेश बढ़ रहा है। हमारी सरकार के बीते 10 सालों में एफडीआई दोगुना हो गया। मुझे बहुत अपेक्षा है, आप क्या कर सकते हैं। ये हमने कोरोनाकाल के दौरान देखा है। जब दुनिया पीपीई किट और मास्क की कमी से जूझ रही थी। तब आपने भारत और दुनिया के अन्य देशों तक यह किट उपलब्ध कराए। सरकार आपकी पूरी मदद करेगी ताकि भारत टेक्सटाइल सेक्टर में ग्लोबल हब बन सके।
2) 'डायमंड इंडस्ट्री की तर्ज पर आगे बढ़ें'
मोदी ने कहा कि टैक्सटाइल टेक्नोलॉजी को लेकर हमारे आईआईटी के स्टूडेंट्स रिसर्च करें। जैसा कि डायमंड इंडस्ट्री में विकास हुआ है। टैक्सटाइल सेक्टर को भी इसी तर्ज पर आगे बढ़ाया जाना चाहिए। हम पूरी दुनिया में अलग-अलग फील्ड की रिसर्च करें और उनकी डिमांड के अनुसार कपड़ा तैयार करें। भारत के करोड़ों लोगों का रोजगार टैक्सटाइल से जुड़ा है। आपको नेचुरल कलर में टैक्सटाइल डिजाइन करनी चाहिए। भारत में भले ही लोग कपड़ों का साइज छोटा बड़ा करते रहें, लेकिन देश में कपड़े का बड़ा मार्केट तो है ही। भारत में आज स्केल के साथ इस सेक्टर में स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया जा रहा है। नेशनल इंस्टीट्यूल ऑफ फैशन टेक्नोलॉडी (NIFT) का नेटवर्क देशभर में 19 इंस्टीट्यूट तक पहुंच चुका है। इससे आसपास के बुनकरों भी जुड़ रहे हैं।
3) 'खादी ने देश की महिलाओं को सशक्त बनाया'
पीएम मोदी ने कहा कि टैक्सटाइल के साथ खादी ने देश की महिलाओं को सशक्त बनाया। 2003 में मैंने भी एक पराक्रम किया था, इसे पराक्रम इसलिए कहूंगा क्योंकि कोई नई चीज या फैशन शो होता है तो कुछ लोग तो विरोध करने आ ही जाते हैं। तब मैंने 2 अक्टूबर को सूरत में खादी को लेकर एक फैशन शो किया। इसमें गांधीजी का भजन चला और सारे बच्चे खादी के कपड़े पहनकर आए।
4) 'दुनिया के फैशन को फॉलो न करें, खुद ब्रांड बनें'
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम दुनिया से आए फैशन को फॉलो न करें। हम फैशन की दुनिया में लीडर बनें। कोणार्क के सूर्य मंदिर में आप देखेंगे कि मूर्तियां पर्स के साथ दिख रही हैं। महिलाएं जो पर्स रखती हैं, वह कोई विदेश से नहीं आया है। आपके कपड़ों और जूतों की डिजाइन सैकड़ों सालों से यहीं पर हैं। नए फैशन की जरूरतों को पूरा करने का काम आप लोगों को करना है। सरकार के ऊपर छोड़ा तो गुड़ का गोबर हो जाएगा। हम लोग इसमें माहिर हैं।
5) 'लोगों की जिंदगी में सरकारी दखल कम करने में लगा हूं'
मोदी ने कहा कि लोगों की जिंदगी से मैं सरकार को बाहर निकाल देना चाहता हूं। क्या जरूरत है इसकी, हम ऐसी सरकार की रचना करें, जहां मध्यम वर्ग में सरकार का दखल कम से कम रहे। हां गरीब की जरूरत में हमेशा खड़े हैं। मैं 10 साल से मैं इसी काम में लगा हूं और अगले 5 साल और यही करूंगा। मैं चुनाव की बात नहीं कर रहा हूं।
6) 'टेक्सटाइल एसोसिएशन एकजुट होने चाहिए'
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे लगता है कि आज आपका एसोसिएशन बिखरा है। इसे एकजुट करने की जरूरत है। अभी एक संगठन आता है और सरकार से मदद लेकर चला जाता है। फिर दूसरा और तीसरा आता है तो सरकार समझ नहीं पाती है कि किसे कौन-सी मदद करें।
7) 'लोगों की पसंद के हिसाब से कपड़ा डिजाइन करें'
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपको बता दूं कि हमारे यहां जो कपड़ा होता है उसकी चौड़ाई थोड़ी कम होती है। इसी में अगर अफ्रीका के लोगों के लिए कपड़ा तैयार करें तो इसकी चौड़ाई ज्यादा रखनी होगी। उनकी पसंद और अनुकूलता के हिसाब से कपड़े डिजाइन करना चाहिए। आपको जिप्सी के लोगों के लिए कपड़ा तैयार करना चाहिए।