DRDO Submits Report: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने नवी मुंबई के न्हावा शेवा बंदरगाह पर पकड़े गए पाकिस्तानी जहाज के संबंध में अपनी रिपोर्ट सक्षम प्राधिकारी को सौंप दी है। एएनआई ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि जब्त की गई बड़े आकार की कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल (CNC) मशीनें दोहरे उपयोग वाले उपकरण हैं। इनका इस्तेमाल सैन्य अनुप्रयोगों के लिए किया जा सकता है। इस मशीन का इस्तेमाल नॉर्थ कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रमों के लिए करता रहा है। पाकिस्तान ने इसे खराद मशीन बताते हुए सामान्य मामला बताया था।
23 जनवरी को एजेंसियों ने पकड़ा
दरअसल, सुरक्षा एजेंसियों ने 23 जनवरी को नवी मुंबई के न्हावा शेवा बंदरगाह पर चीन से कराची जाने वाले एक जहाज को रोका था। जिसमें संदेह था कि इसमें एक खेप थी, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए किया जा सकता था। मामला 2 मार्च को सामने आया। सीमा शुल्क अधिकारियों के अनुसार, जहाज पर माल्टा का झंडा लगा था, जो कराची जा रहा था। अधिकारियों ने कहा कि डीआरडीओ की एक टीम ने खेप की जांच की, जिसमें एक सीएनसी मशीन भी शामिल थी।
अगले दिन 3 मार्च को पाकिस्तान ने इस जब्ती पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उसने जब्ती कार्रवाई पर विरोध जताया। पाकिस्तान ने सीएनसी मशीनों को सामान्य बताया था।
इटली ने बनाई है सीएनसी मशीन
कंसाइनमेंट 22,180 किलो का है। इसे ताइयुआन माइनिंग इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट कंपनी लिमिटेड की तरफ से कराची भेजा जा रहा था। सीएनसी मशीनें कंप्यूटर से चलाई जाती हैं। ये मशीनें दक्षता, स्थिरता और सटीक रिजल्ट देती हैं। इसे इटली ने बनाई है।
सीएनसी मशीनों को 1996 से वासेनार व्यवस्था में शामिल किया गया है। इस इंटरनेशनल हथियार नियंत्रण व्यवस्था का उद्देश्य नागरिक और सैन्य दोनों उपयोग वाले उपकरणों के प्रसार को रोकना है। जिसमें भारत समेत 42 सदस्य हैं। यह देश पारंपरिक हथियारों और दोहरे इस्तेमाल की मशीनों की आवाजाही पर जानकारी का आदान प्रदान करना है। जांच में कई जानकारियां छिपाने का आरोप है।