Kolkata Earthquake: पश्चिम बंगाल में भूकंप के झटके लगे। राजधानी कोलकाता में मंगलवार (25 फरवरी) की सुबह 6.10 बजे अचानक धरती डोली तो हड़कंप मच गया। लोगों की नींद टूटी। दहशत में घरों से बाहर की ओर भागे। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.1 मापी गई। भूकंप का केंद्र बंगाल की खाड़ी में रहा। गहराई 91 किलोमीटर थी। भूकंप से कितना नुकसान हुआ? फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।
इसलिए आता है भूकंप
धरती की सतह 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं। कई बार प्लेट्स आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं। ज्यादा दबाव पड़ने पर प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है। इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
दिल्ली में 4 तीव्रता का आया था भूकंप
दिल्ली-एनसीआर में 17 फरवरी की सुबह 5:36 बजे भूकंप के झटके लगे थे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4 मापी गई थी। भूकंप का केंद्र नई दिल्ली था और इसकी गहराई पांच किलोमीटर बताई गई थी। भूकंप के तेज झटकों से दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में लोग घबराकर घरों से बाहर निकले थे। हालांकि, किसी भी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था।
कोलकाता में 8 जनवरी को आया था भूकंप
बता दें कि 8 जनवरी को भी कोलकाता में भूकंप के हल्के झटके महसूस हुए थे। तिब्बत के सुदूर क्षेत्र और नेपाल के कुछ हिस्सों में शक्तिशाली भूकंप आने से यहां भरी धरती डोली थी। उत्तर बंगाल में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि कोई नुकसान नहीं हुआ था।
गाजियाबाद में आया था भूकंप
23 फरवरी को दोपहर 3 बजे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में 2.8 तीव्रता का भूकंप आया था। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया था। इस सप्ताह की शुरुआत यानी 17 फरवरी की सुबह दिल्ली में 4.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे घबराए हुए लोग सड़कों पर निकल आए थे। सुबह 5.36 बजे आए इस भूकंप का केंद्र दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के धौला कुआं में था।
बिहार में 17 को आया था भूकंप
बिहार के सीवान में 17 फरवरी को सुबह 8 बजे भूकंप के झटके लगे थे। जमीन से 10 किमी अंदर भूंकप का केंद्र था। रिक्टल स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई थी। इससे पहले 7 जनवरी को भी बिहार में भूकंप के झटके लगे थे। पटना, दरभंगा, समस्तीपुर, सुपौल, गोपालगंज, मधुबनी, जहानाबाद, मोतिहारी, किशनगंज और सीतामढ़ी में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि भूकंप की वजह से जान-माल को कोई नुकसान नहीं हुआ था।