West Bengal Jobs Scam: पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) फिर से एक्शन मोड में आ गई है। शुक्रवार सुबह-सुबह ममता बनर्जी सरकार के दो मंत्रियों सुजीत बोस और तापस रॉय के ठिकानों पर ईडी की टीम (ED Raids) ने छापेमारी की। दोनों मंत्रियों के घरों की तलाशी चल रही है। यह छापेमारी नगर निगम नौकरी घोटाले से जुड़ी है। बीते 5 जनवरी को ईडी की टीम पर एक हजार लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया था।
साढ़े 6 बजे ईडी ने बोला धावा
ईडी के शिकंजे में अग्निशमन सेवा मंत्री सुजीत बोस और दूसरे मंत्री तापस रॉय हैं। सुजीत बोस के दो ठिकानों पर ईडी की टीम ने सुबह-सुबह साढ़े 6 बजे धावा बोला। टीम के साथ फोर्स भी है। वहीं, एक अन्य टीम मंत्री तापस रॉय के यहां तलाशी ले रही है। इतना ही नहीं ईडी उत्तरी दमदम नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष और टीएमसी नेता सुबोध चक्रवर्ती के आवास पर छापेमारी कर रही है।
2014 से 2018 के बीच नौकरी में घोटाले का आरोप
नगर निगम और नगर पालिकाओं में नौकरी घोटाले का आरोप है, जो 2014 और 2018 के बीच कई निकायों में हुआ था। अप्रैल 2023 में, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने नगर पालिकाओं की भर्ती में अनियमितताओं की जांच करने का निर्देश सीबीआई को दिया था। ईडी और सीबीआई दोनों जांच एजेंसियां निकायों द्वारा की गई भर्तियों में अनियमितताओं की जांच कर रही हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी बंगाल सरकार की याचिका
7 जून 2023 को सीबीआई ने 16 स्थानों पर छापेमारी की और नादिया, हुगली और उत्तरी 24 परगना जिलों और साल्ट लेक नगर पालिका समेत कई निकायों से दस्तावेज जब्त किए। बाद में बंगाल सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंची। लेकिन अगस्त 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सीबीआई जांच को चुनौती देने वाली पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका खारिज कर दी थी। प्रवर्तन निदेशालय ने भर्ती मामले में 5 अक्टूबर को खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रथिन घोष के आवास सहित कई स्थानों की तलाशी ली थी।