firing on Indian fishermen: भारत ने श्रीलंकाई नौसेना द्वारा 13 भारतीय मछुआरों पर गोलीबारी की घटना पर कड़ा विरोध जताया है। यह घटना 28 जनवरी, मंगलवार सुबह डेल्फ्ट द्वीप के पास हुई। इस गोलीबारी में दो मछुआरे गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि तीन अन्य को मामूली चोटें आई हैं।

भारत ने क्या कहा?
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस घटना पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि किसी भी परिस्थिति में बल प्रयोग स्वीकार्य नहीं है। भारत के जाफना स्थित वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने घायलों से अस्पताल में मुलाकात की और उनकी मदद के लिए हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है।

श्रीलंकाई कार्यवाहक उच्चायुक्त को तलब किया गया
घटना के बाद भारत ने नई दिल्ली में श्रीलंकाई कार्यवाहक उच्चायुक्त को विदेश मंत्रालय में तलब कर इस पर कड़ा विरोध दर्ज कराया। इसके साथ ही, भारतीय उच्चायोग ने कोलंबो में श्रीलंका के विदेश मंत्रालय के सामने भी इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत सरकार ने हमेशा यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया है कि मछुआरों से संबंधित मुद्दों का समाधान मानवीय दृष्टिकोण से किया जाए। आजीविका से जुड़े इन मामलों में हिंसा और बल प्रयोग किसी भी स्थिति में अस्वीकार्य है।

दो मछुआरे गंभीर रूप से घायल
इस घटना में जहां दो मछुआरों को गंभीर चोटें आई हैं, वहीं अन्य तीन मछुआरे मामूली रूप से घायल हुए हैं। सभी का अस्पताल में इलाज चल रहा है। भारतीय दूतावास ने यह सुनिश्चित किया है कि घायलों और उनके परिवारों को हरसंभव सहायता दी जाए।

समझौतों का सख्ती से पालन हो
भारत ने श्रीलंकाई सरकार को याद दिलाया कि दोनों देशों के बीच मछुआरों से संबंधित मुद्दों को सुलझाने के लिए जो समझौते हुए हैं, उनका पालन सख्ती से किया जाना चाहिए।