Anantnag Encounter: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच शनिवार (10 अगस्त) दोपहर 2 बजे एनकाउंटर शुरू हुआ था। इसमें 2 जवान शहीद हो गए, जबकि 3 घायल हैं। अनंतनाग के अहलान गगरमंडू इलाके में सुरक्षाबल आतंकियों को माकूल जवाब दे रहे हैं। दूसरा एनकाउंटर किश्तवाड़ इलाके में जारी है। वहीं, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 4 आतंकियों के स्कैच जारी कर इनकी सूचना देने पर 5 लाख का ईनाम रखा है। ये आतंकी 8 जुलाई को सेना के काफिले पर हमले में शामिल थे।
जवाब में जवानों ने भी की फायरिंग
जानकारी के मुताबिक, अहलान इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ जारी है। मुठभेड़ तब शुरू हुई जब आतंकवादियों की ओर से खोजी टीम पर फायरिंग की गई। इसके जवाब में जवानों ने भी फायरिंग की।
#Encounter has started at Ahlan Gagarmandu area of District #Anantnag. Police and Security forces are on the job. Further details shall follow.@JmuKmrPolice
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) August 10, 2024
इससे पहले 6 अगस्त को बसंतगढ़ क्षेत्र में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच शाम 4 बजे के करीब मुठभेड़ शुरू हुई थी। दोनों ओर से दो घंटे तक गोलीबारी हुई। मौसम खराब होने और धुंध के बीच सुरक्षाबलों ने देर शाम तक तलाशी अभियान चलाया। सेना ने जंगल में छिपे आतंकियों की घेराबंदी बढ़ा दी।
अनंतनाग से तीन आतंकी मददगार गिरफ्तार
इससे एक दिन पहले ही अनंतनाग में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकवादी मददगारों को गिरफ्तार किया था। इनसे हथियार और गोला-बारूद की बरामदगी हुई है। पकड़े गए आतंकी मददगारों की पहचान दाऊद अहमद डार, इम्तियाज अहमद रेशी और शाहिद अहमद डार के तौर पर हुई है। तीनों हसनपोरा तवेला के निवासी हैं।
17 जुलाई को कुपवाड़ा में 2 आतंकी ढेर हुए
बीते दिनों कुपवाड़ा के केरन इलाके में 17 जुलाई को सेना ने एनकाउंटर में 2 आतंकियों को मार गिराया था। सेना को यहां कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया था।
डोडा में मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हुए थे
वहीं, डोडा में 15 जुलाई को आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के एक कैप्टन और पुलिसकर्मी समेत 5 जवान शहीद हो गए थे। 16 जुलाई को डोडा के डेसा फोरेस्ट बेल्ट के कलां भाटा में रात 10:45 बजे और पंचान भाटा इलाके में रात 2 बजे फिर फायरिंग हुई थी। इन्हीं घटनाओं के बाद सर्च ऑपरेशन चलाने के लिए सेना ने जद्दन बाटा गांव के सरकारी स्कूल में अस्थायी सुरक्षा शिविर बनाया था। 12 जून के बाद से लगातार हो रहे हमलों में 5 जवान शहीद हुए, 9 सुरक्षाकर्मी घायल हुए। जबकि तीन आतंकवादी मारे गए।