Lalu Yadav on Emergency: राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो और बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव ने शनिवार को इमरजेंसी के दौर को याद किया। लालू यादव ने 1975 से 1977 के बीच इमरजेंसी के समय को यादव किया। आरजेडी सुप्रीमो ने कहा कि इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी के दौरान बहुत सारे नेताओं को जेल में डलवा दिया, लेकिन कभी उन्हें गालियां नहीं दी।सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट जारी कर यह बात कही। 

X पर शेयर किया अपना आर्टिकल
लालू यादव ने X परअपना एक आर्टिकल भी शेयर किया। लालू यादव ने यह आर्टिकल पत्रकार नलिन वर्मा के साथ मिलकर लिखा है। इस पोस्ट में लालू यादव ने लिखा मैं जयप्रकाश नारायण की ओर से गठित की गई स्टीयरिंग कमेटी का कन्वीनर था। इस कमेटी का गठन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की ओर से लगाई गई इमरजेंसी की ज्यादतियों के खिलाफ चलाए जा रहे मूवमेंट को आगे ले जाने के लिए किया गया था।

इमरजेंसी के दौरान 15 महीने जेल में रहे लालू
लालू यादव ने अपने पोस्ट में लिखा कि मैं मेंटेनेंस ऑफ सिक्योरिटी एक्ट(MISA) के तहत 15 महीनों तक जेल में था। मेरे सहयोगी और ना जाने कितने नेताओं को उस समय जेल में रखा गया था। हालांकि मैंने उस समय पीएम मोदी, जेपी नड्डा और पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल दूसरे सहयोगियों के बारे में नहीं सुना, जो आज हमें आजादी के मूल्यों पर लेक्चर दे रहे हैं।

1975 हमारे लोकतंत्र पर दाग है: लालू यादव
 बिहार के पूर्व सीएम ने लिखा कि इंदिरा गांधी ने उस समय विपक्ष के कई नेताओं को जेल भेज दिया था, लेकिन उन्हें कभी गालियां नहीं दी। इंदिरा गांधी या उनके किसी मंत्री ने हमें कभी एंटी नेशनल या देशद्रोही नहीं कहा। इंदिरा गांधी ने कभी भी उपद्रवियों को हमारे संविधान के निर्माता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की स्मृतियों को अपवित्र करने की इजाजत नहीं दी। 1975 हमारे लोकतंत्र पर दाग है, लेकिन हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि 2024 में कौन है जो विपक्ष का सम्मान नहीं करता है।