Mohamed Muizzu's India Visit: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा पर हैं। दिल्ली में सोमवार (7 अक्टूबर) को राष्ट्रपति भवन में प्रेसिडेंट द्रोपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका औपचारिक स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी के साथ मुइज्जू की द्विपक्षीय वार्ता हुई। मालदीव में रूपे कार्ड की शुरुआत की गई और मुइज्जू ने आर्थिक-सामाजिक विकास में भारत को अहम साझेदार बताया। रविवार को उन्होंने विदेश मंत्री जयशंकर से मुलाकात की। मालदीव के राष्ट्रपति अपनी पत्नी के साथ भारत की चार दिवसीय यात्रा पर आए हैं। इससे पहले वे जून में प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली आए थे।

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  • मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा- "हम (भारत-मालदीव) एक विजन डॉक्यूमेंट सहमत हुए हैं, जो हमारे द्विपक्षीय रिश्तों के कोर्स को दर्शाता है। इसमें आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी के लिए एक दृष्टिकोण जिसमें विकास सहयोग, व्यापार और आर्थिक साझेदारी, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, वित्तीय पहल, ऊर्जा परियोजनाएं और स्वास्थ्य सहयोग शामिल हैं। भारत हमारा अहम साझेदार है।"

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- आज भारत के सहयोग से निर्मित 700 से अधिक सामाजिक आवास इकाइयां (मालदीव को) सौंपी गई हैं। आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए हमने मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा शुरू करने का फैसला किया है। भारत ने सदैव मालदीव के लिए फर्स्ट रिस्पॉन्डर की भूमिका निभाई है। चाहे मालदीव के लोगों के लिए जरूरी सामान की आवश्यकता को पूरा करना हो, प्राकृतिक आपदा के समय पीने का पानी उपलब्ध कराना हो, कोविड के समय वैक्सीन देने की बात हो, भारत ने हमेशा अपने पड़ोसी होने के दायित्व को निभाया है। 

  • मालदीव में आज से RuPay कार्ड से भुगतान शुरू किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू इस तरह के पहले ट्रांजैक्शन के गवाह बने।

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने मालदीव में हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे का वर्चुअल तरीके से उद्घाटन किया।

  • मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का सोमवार को राष्ट्रपति भवन में प्रेसिडेंट द्रोपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने औपचारिक स्वागत किया।

मालदीव की माली हालत खराब, भारत से मदद की आस 
पिछले साल भारत और मालदीव के बीच रिश्ते उस समय तनावपूर्ण हो गए थे, जब मालदीव के तीन मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित बयान दिए थे और भारतीय सैनिकों को देशसे बाहर भेजने की मांग की गई थी। इसके बाद मालदीव के खिलाफ बायकॉट ट्रेंड चल पड़ा और टूरिज्म पर आधारिक मालदीव की इकोनॉमी पर गंभीर असर पड़ा। अब राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत के साथ संबंधों को फिर से मजबूत करने का संकल्प लिया है। 

भारत की सुरक्षा को कभी खतरे में नहीं डालेंगे: मुइज्जू 

  • चीन के करीबी रहे प्रेसिडेंट मुइज्जू ने अपने भारत दौरे के दौरान साफ किया है कि मालदीव की चीन के साथ बढ़ती साझेदारी कभी भी भारत की सुरक्षा को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगी। उन्होंने कहा, "मालदीव कभी भी भारत की सुरक्षा को खतरे में नहीं डालेगा। भारत हमारे लिए एक अहम भागीदार और मित्र देश है और हमारे रिश्ते परस्पर सम्मान और साझा हितों पर आधारित है।"
  • मुइज्जू ने आगे कहा कि भारत और मालदीव के बीच अब बेहतर समझ है और उनका यह दौरा दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करेगा। मालदीव के अंदरूनी मामलों को प्राथमिकता देते हुए कुछ समझौतों की समीक्षा की जा रही है ताकि वे राष्ट्रीय हितों के अनुरूप हों और क्षेत्रीय स्थिरता में योगदान दें।

मुइज्जू ने "इंडिया आउट" कैंपेन से हासिल की थी सत्ता
गौरतलब है कि मालदीव इस समय गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है, और उसके विदेशी मुद्रा भंडार सिर्फ 440 मिलियन डॉलर रह गए हैं, जिससे वह कर्ज चुकाने में असमर्थ हो सकता है। मुइज्जू ने अपने "इंडिया आउट" अभियान के जरिए सत्ता हासिल की थी, लेकिन हाल ही में उन्होंने यह साफ किया है कि यह परेशानी विदेशी सैनिकों की मौजूदगी से है, न कि किसी खास देश से।