Mobile Addiction: हद से ज्यादा मोबाइल चलाने की लत अब टीनएजर्स के लिए जानलेवा साबित होती जा रही है। आए दिन माता-पिता या परिजनों की डांट के बाद युवाओं के घातक कदम उठाने की खबरें आती है। ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों महाराष्ट्र के ठाणे जिले के अंबरनाथ इलाके में देखने को मिला। जहां 15 साल की लड़की ज्यादा मोबाइल फोन इस्तेमाल करने पर मां की डांट से इतनी दुखी हो गई कि उसने आत्महत्या जैसा घातक कदम उठा लिया।
बेटी को मोबाइल चलाने के लिए टोका, जहर खा लिया
पुलिस के मुताबिक, सुसाइड करने वाली लड़की ने 26 सितंबर को चूहे मारने वाला जहर खा लिया था, जिसके बाद उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर उसे मुंबई के एक अस्पताल में रेफर किया गया, जहां 2 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई। अंबरनाथ पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर 12 अक्टूबर को एक्सीडेंटल डेथ का केस दर्ज किया गया है।
मानसिक स्वास्थ्य और मोबाइल का इस्तेमाल
1) दोस्तों को नए मोबाइल की ट्रीट नहीं देने पर चाकूबाजी
यह घटना युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य और मोबाइल फोन के अत्यधिक इस्तेमाल के खतरों पर ध्यान आकर्षित करती है। पिछले महीने, दिल्ली में तीन लड़कों ने कथित तौर पर अपने 16 वर्षीय दोस्त की चाकू मारकर हत्या कर दी, क्योंकि दोस्त ने उन्हें नया स्मार्टफोन लेने के लिए "ट्रीट" देने से इनकार कर दिया था। पीड़िता और तीनों लड़के 9वीं कक्षा के छात्र थे। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "दोस्तों के ग्रुप ने खरीदारी का जश्न मनाने के लिए एक पार्टी या दावत की मांग की, लेकिन सचिन ने इनकार कर दिया। इसी दौरान बहस के दौरान चाकूबाजी हुई।"
2) पिता ने वीडियो गेम खेलने से मना किया, लड़के ने फांसी लगाई
इसी तरह की एक अन्य घटना में 16 वर्षीय लड़का जो वीडियो गेम खेलने का आदी था, पिछले साल उसके पिता ने स्मार्टफोन छीन लिया तो लड़के ने आत्महत्या कर ली। जब उसे अपने स्मार्टफोन पर गेम खेलना बंद करने और अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा गया तो उसके पिता के साथ उसकी तीखी बहस हुई। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जब वह लगातार गेम खेल रहा था तो उसके पिता ने उसका सेल फोन छीन लिया और उसे बिस्तर पर जाने के लिए कहा। लड़का बहुत परेशान था। अगले दिन जब परिवार जागा तो बेटा दुपट्टे से किचन में लटका मिला।