Bharat Ratna: भारत के 7वें उप-प्रधानमंत्री (डिप्टी प्राइम मिनिस्टर) और वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को आज (रविवार को) भारत रत्न से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें घर पहुंचकर देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान सौंपा है। आडवाणी अब 96 साल के हो चुके हैं, इसीलिए स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उनके आवास पर सम्मान प्रदान करने का फैसला लिया गया है। इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य लोग आडवाणी के आवास पर मौजूद रहे।
बता दें कि एलके आडवाणी सबसे लंबे वक्त तक भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे। पीएम मोदी ने 3 फरवरी को उन्हें भारत रत्न सम्मान देने का ऐलान किया था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और बीजेपी के फाउंडर मेंबर नानाजी देशमुख के बाद आडवाणी भाजपा और RSS से जुड़े तीसरे नेता हैं, जिन्हें भारत रत्न मिला है।
शनिवार को राष्ट्रपति भवन में हुआ था समारोह
इससे पहले राष्ट्रपति ने शनिवार को 4 विभूतियों के परिजनों को राष्ट्रपति भवन में भारत रत्न सौंपा था। इस दौरान राष्ट्रपति भवन में पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव, पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर और कृषि वैज्ञानिक डॉ.एमएस स्वामीनाथन को मरणोपरांत भारत रत्न प्रदान किया गया। इन चारों हस्तियों के परिवार के सदस्याें ने राष्ट्रपति के हाथों सम्मान प्राप्त किया। इनके परिवार के सदस्यों ने राष्ट्रपति के हाथों से मेडल और प्रशस्ति पत्र प्राप्त किया। (पढ़ें पूरी खबर...)
96 साल के हो चुके आडवाणी, कराची में जन्मे
- लालकृष्ण आडवाणी के परिवार के सदस्य शनिवार को समारोह में शामिल नहीं हुए थे, क्योंकि उन्हें घर पर यह सम्मान प्रदान किया जाना था। आडवाणी अब 96 साल के हो चुके हैं और वे अपने आवास पर ही रहते हैं। ज्यादा उम्र होने की वजह से उन्हें चलने फिरने में भी कुछ परेशानी आने लगी है।
- आडवाणी का जन्म 8 नवंबर,1927 को पाकिस्तान के कराची में एक हिंदू सिंधी परिवार में हुआ। उनके पिता किशनचंद आडवाणी पेशे से उद्यमी थे। आडवाणी की शुरुआती शिक्षा कराची के सेंट पैट्रिक हाईस्कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने हैदराबाद (सिंध) के डीजी नेशनल स्कूल में दाखिला लिया।
इस साल पांच लोगों को भारत रत्न देने का ऐलान
सरकार ने इस साल पांच लोगों को भारत रत्न देने की घोषणा की है। पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव, पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर और कृषि वैज्ञानिक डॉ.एमएस स्वामीनाथन और पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी शामिल हैं। इन पांच भारत रत्न सम्मान पाने वालों में से सिर्फ लालकृष्ण आडवाणी ही जीवित हैं, बांकी सभी को मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से विभूषित किया गया।