PM Modi Security Breach in Punjab: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे के दौरान सुरक्षा में हुई चूक को देखते हुए पंजाब सरकार के गृह मामलों और न्याय विभाग की रिपोर्ट के बाद तत्कालीन एसपी ऑपरेशन गुरबिंदर सिंह संघा को निलंबित कर दिया गया है। इस संबंध में गृह एवं न्याय विभाग के सचिव गुरकीरत कृपाल सिंह की ओर से आदेश जारी किए गए हैं। इसके साथ ही गुरबिंदर संघा को इस दौरान हेड ऑफिस डीजीपी ऑफिस चंडीगढ़ में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। बिना इजाजत लिए वे हेडक्वार्टर नहीं छोड़ सकेंगे।
पीएम की सुरक्षा में चूक का मामला
पीएम मोदी 5 जनवरी 2022 को सड़क के रास्ते से बठिंडा से फिरोजपुर जा रहे थे, लेकिन किसानों ने सड़क जाम कर दी। जिसके बाद उनका काफिला फिरोजपुर के प्यारे फ्लाईओवर पर 20 मिनट तक रुका। जहां से उनके काफिले को यू-टर्न लेकर वापस लौटना पड़ा। बठिंडा के भिसियाना एयरपोर्ट पहुंचकर पीएम मोदी ने कहा कि आपके मुख्यमंत्री को धन्यवाद, मैं जिंदा वापस आ गया। इसके बाद इसत मामले ने काफी तूल पकड़ लिया। यह फ्लाईओवर भारत-पाकिस्तान की हुसैनीवाला सीमा से कुछ ही दूरी पर स्थित था।
जांच कमेटी में नाम का खुलासा
फिरोजपुर में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लापरवाही को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट में तत्कालीन मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी और डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को भी आरोपी बनाया गया था। कमेटी ने यह रिपोर्ट आठ महीने पहले अगस्त 2022 में सुप्रीम कोर्ट और सरकार को सौंपी थी। इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्र ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लेने के लिए सितंबर 2022 में पंजाब सरकार को चिट्ठी लिखी थी।
इससे पहले इस पूरी घटना के लिए एसएसपी हरमनदीप हंस को जिम्मेदार ठहराया गया था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित कमेटी की रिपोर्ट में तत्कालीन मुख्य सचिव और डीजीपी की लापरवाही सामने आई है। यह भी कहा गया कि अधिकारियों के पास जो भी जिम्मेदारियां थीं, वे उसको ठीक तरीके से पूरा नहीं कर सके। आईजी (SPG) आरआर भगत ने समय रहते पुलिस अधिकारियों को हालात की जानकारी दी थी। लेकिन फिर भी समय रहते कोई भी एक्शन नहीं लिया गया।