Vijayadashami 2024: देशभर में आज विजयादशमी पर्व यानी दशहरा की धूम है। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग स्थित सुकना कैंट पहुंचे। उन्होंने यहां भारतीय सेना के जवानों के साथ शस्त्र पूजा (Shastra Puja) की और लोगों को दशहरा की शुभकामनाएं दीं। बता दें कि राजनाथ सिंह कई वर्षों से विजयादशमी पर शस्त्र पूजा की परंपरा निभाते आ रहे हैं, जिसमें उनके केंद्रीय गृह मंत्री के कार्यकाल का समय भी शामिल है। पीएम मोदी आज दिल्ली के लालकिला दशहरा मैदान में रावण दहन करेंगे।

देश की आन-बान-शान को नहीं आने देंगे आंच: राजनाथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सुकना कैंट में अस्त्र-शस्त्र की पूजा की और वहां मौजूद सैनिकों को तिलक लगाया। जवानों के साथ दशहरा मनाया। उन्होंने कहा कि आज भारत हर दिशा में सक्षता के साथ आगे बढ़ रहा है। सीमा पर होने वाली हर अवैध गतिविधि पर हमारे चौकस जवानों की नजर है। देश की आन-बान-शान को आंच नहीं आने देंगे। कभी-कभी जरूरत पड़ने पर शस्त्रों का प्रयोग भी आवश्यक हो जाता है।

PM मोदी, गृह मंत्री शाह ने दी दशहरे की शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लालकिला रामलीला मैदान में विजयादशमी उत्सव में शामिल होंगे। वे शनिवार शाम को यहां मनाए जा रहे दशहरा में रावण दहन करेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देशवासियों को विजयादशमी पर्व और दशहरा की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि आज बुराई पर अच्छाई, असत्य पर सत्य, अंधकार पर प्रकाश और अधर्म पर धर्म की जीत का दिन है।

बंगाल में महिलाओं का 'सिंदूर खेला' आयोजन
पश्चिम बंगाल के बीरभूम में दुर्गा पूजा के अंतिम दिन 'सिंदूर खेला' मनाया गया। इस विशेष परंपरा में विवाहित महिलाएं देवी दुर्गा की प्रतिमा के माथे और पैरों पर सिंदूर लगाती हैं और फिर एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर अपने परिवार, विशेष रूप से पति और बच्चों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की प्रार्थना करती हैं।

दिल्ली, कोलकाता, मैसूर समेत देशभर में दशहरे की धूम

  • दिल्ली में विजयादशमी पर रावण दहन की तैयारियां जोरों पर हैं। द्वारका सेक्टर 10 में रावण का सबसे ऊंचा पुतला तैयार किया गया है।
  • देशभर में दशहरा हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है, जिसमें कोलकाता, मैसूर, गुजरात, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश जैसे प्रमुख राज्यों में भी उत्सव धूमधाम से हो रहा है। शाम तक रावण दहन की परंपरा निभाई जाएगी और दुर्गा पूजा के बाद देवी प्रतिमाओं का विसर्जन भी होगा।

  • विजयादशमी के अवसर पर कर्नाटक के मैसूर पैलेस में वज्रमुष्टि कलागा (कुश्ती) का आयोजन किया गया। यह प्राचीन प्रथा, जिसे वज्रमुष्टि कहा जाता है, मैसूर के शाही परिवार के भीतर एक पोषित परंपरा रही है, जिसकी जड़ें महाभारत में कृष्ण के समय से चली आ रही हैं।