PM Modi Austria Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना दो दिवसीय ऐतिहासिक रूस दौरा खत्म करने के बाद मंगलवार देर रात ऑस्ट्रिया पहुंच गए। बुधवार को वियना स्थित संघीय चांसलरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गार्ड ऑफ ऑनर देकर स्वागत किया गया। इसके बाद पीएम मोदी और ऑस्ट्रियाई चांसलर कार्ल नेहमर एक डेलिगेशन लेवल मीटिंग में शामिल हुए। पीएम मोदी वियना में भारतीय समुदाय के लोगों और बिजनेस लीडर्स के साथ बातचीत करेंगे। बता दें कि यह 41 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की सेंट्रल यूरोपीय देश ऑस्ट्रिया की पहली यात्रा है। इससे पहले इंदिरा गांधी 1983 में देश का दौरा करने वाली आखिरी भारतीय प्रधानमंत्री थीं।
UPDATES:
- PM मोदी ने नोबेल पुरस्कार विजेता ऑस्ट्रिया के प्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी एंटोन ज़िलिंगर से मुलाकात की।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रिया के वियना में ऑस्ट्रियाई प्रभावशाली लोगों से मुलाकात करके बातचीत की।
- विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि पीएम मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा यह युद्ध का समय नहीं है, रूस यूक्रेन संघर्ष का समाधान मैदान पर नहीं खोजा जा सकता है। आज चर्चा में बातचीत और कूटनीति ही समाधान का रास्ता है। भारत बातचीत में जो भी योगदान दे सकता है, वह करेगा। प्रधानमंत्री ने वैश्विक दक्षिण के देशों में चुनौतियों और इसके आर्थिक पहलू पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में विस्तार से बताया सुरक्षा प्रभावित हुई और अभी भी तनाव का विषय है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वियना में ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलेन से मुलाकात की।
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पीएम मोदी ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रिया के बीच स्थापित स्टार्ट-अप ब्रिज के पर्याप्त परिणाम मिलेंगे। इस संबंध में उन्होंने सुझाव दिया कि दोनों देशों को एक साथ आना चाहिए और एक संयुक्त हैकथॉन का आयोजन करना चाहिए। उन्होंने आगे देश में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की सफलता और कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स में सुधार के लिए किए गए उपायों के बारे में बात की।
भारत की ताकत को देखते हुए प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रियाई बड़ी कंपनियों से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला गंतव्य के रूप में मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत उच्च गुणवत्ता और लागत प्रभावी विनिर्माण के लिए भारतीय आर्थिक परिदृश्य का लाभ उठाने का आग्रह किया। इस संदर्भ में, उन्होंने सेमीकंडक्टर, चिकित्सा उपकरणों, सौर पीवी कोशिकाओं सहित अन्य क्षेत्रों में वैश्विक विनिर्माण कंपनियों को आकर्षित करने के लिए भारत की उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना के बारे में बात की। - पीएम मोदी और ऑस्ट्रियाई चांसलर कार्ल नेहमर ने वियना में संघीय चांसलरी में एक डेलिगेशन लेवल मीटिंग में शामिल हुए। इस दौरान दोनों देशों ने रिश्तों को और ज्यादा मजबूत करने के साथ कई जियो-पॉलिटिकल चैलेंजेस को लेकर आपसी सहयोग के रास्ते तलाशे।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रिया के वियना में संघीय चांसलरी में गेस्टबुक पर हस्ताक्षर किए। चांसलर कार्ल नेहमर भी उनके साथ मौजूद रहे।
- ऑस्ट्रिया के वियना स्थित संघीय चांसलरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गार्ड ऑफ ऑनर देकर स्वागत किया गया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलेन से भी मुलाकात करेंगे।
ऑस्ट्रियाई कलाकारों ने वंदे मातरम् की दी प्रस्तुति
प्रधानमंत्री मोदी ने X पोस्ट में लिखा- ऑस्ट्रिया अपने वाइब्रेंट म्युजिक कल्चर के लिए मशहूर है। वंदे मातरम् की इस अद्भुत प्रस्तुति से मुझे इसकी झलक मिली। वियना में वंदे मातरम् की परफॉर्मेंस में शामिल ऑर्केस्ट्रा के एक ऑस्ट्रियाई कलाकार ने कहा कि पीएम मोदी के सामने अपना आर्ट प्रस्तुत करना अद्भुत अनुभव था। मैंने इसका आनंद लिया... यह मेरे लिए गर्व की बात है।
चांसलर नेहमर ने पीएम मोदी को दिया रात्रिभोज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑस्ट्रिया रिपब्लिक के फेडरल चांसलर कार्ल नेहमर की ओर से आयोजित रात्रिभोज में शामिल हुए। इसके बाद दोनों नेताओं ने यहां प्रवासी भारतीयों का अभिनंदन भी किया।
ऑस्ट्रिया में भारतीय समुदाय उत्साहित
उधर, ऑस्ट्रिया में भारतीय समुदाय पीएम मोदी की यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित है। प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना और ऑस्ट्रो-इंडिया एसोसिएशन की अध्यक्ष राधा अंजलि ने भारत और ऑस्ट्रिया के बीच सांस्कृतिक संबंध पर प्रकाश डाला। अंजलि ने आशा व्यक्त की कि मोदी की यात्रा मौजूदा संबंधों को मजबूत करेगी और भविष्य में दोनों देशों के बीच एक मजबूत दोस्ता देखने को मिलेगी।
राजनयिक रिश्तों के 75 साल पूरे
प्रधानमंत्री मोदी की यह विदेश यात्रा 9-10 जुलाई को ऐसे समय में हो रही है, जब दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे हो रहे हैं। साल 1949 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध बने थे। इसके बाद प्रधानमंत्री जवाहरलाल साल 1955 में पहली बार ऑस्ट्रिया की यात्रा पर गए थे। इसके बाद प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी साल 1971 में ऑस्ट्रिया की पहली यात्रा पर गई थीं और फिर 1983 में दूसरी ऑस्ट्रिया यात्रा पर गई थीं।