Iranian President Ebrahim Raisi Death: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई। उनके साथ विदेश मंत्री समेत 9 लोगों की जान गई है। हादसा रविवार की शाम उस वक्त हुआ, जब रईसी अपने विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन के साथ अजरबैजान में एक ब्रिज का उद्घाटन करने के बाद अपने शहर लौट रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत पर दुख व्यक्त किया और कहा कि भारत दुख की इस घड़ी में ईरान के साथ खड़ा है।
पीएम मोदी ने एक्स हैंडल पर लिखा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी के दुखद निधन से गहरा दुख और सदमा लगा है। भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।
इससे पहले जब रईसी के हेलीकॉप्टर के क्रैश होने की खबर आई थी तो भी पीएम मोदी ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा था कि वह राष्ट्रपति इब्राहिम और उनके दल की भलाई के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
13 मई को ईरान के साथ हुई थी चाबहार पोर्ट डील
भारत ने 13 मई को ईरान के साथ महत्वपूर्ण चाबहार पोर्ट डील फाइनल की थी। यह डील 10 साल के लिए हुई है, जिससे मध्य एशिया के साथ व्यापार का विस्तार करने में मदद मिलेगी।
विदेश मंत्री ने मीटिंग को किया याद
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी ईरानी नेताओं के निधन पर शोक व्यक्त किया और उनके साथ अपनी बैठकों को याद किया। उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ईरान के राष्ट्रपति डॉ. इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री एच अमीर-अब्दुल्लाहियन के निधन की खबर सुनकर गहरा सदमा लगा। जनवरी 2024 में उनके साथ मेरी कई मीटिंग हुई। उनके परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। इस त्रासदी के समय हम ईरान के साथ खड़े हैं।
ईरानी राष्ट्रपति की मौत ऐसे समय हुई है, जब क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा है। राष्ट्रपति रईसी 2021 से पद पर थे। उन्होंने फिलिस्तीन के लिए ईरान के दृढ़ समर्थन का वादा किया था।