Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन ने बड़ी जीत दर्ज की है। यहां NC के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को गठबंधन का नेता चुना गया है और वे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ समारोह आज सोमवार (14 अक्टूबर) को संभव है। इससे पहले रविवार को जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन हटा लिया गया, जिससे केंद्र शासित प्रदेश में नई सरकार के गठन का रास्ता साफ हो गया। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से एक गजट नोटिफिकेशन जारी किया गया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा हस्ताक्षरित अधिसूचना में कहा गया- "जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 (34 ऑफ 2019) की धारा 73 और भारत के संविधान के अनुच्छेद 239 और 239A के तहत प्राप्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, 31 अक्टूबर 2019 के आदेश को जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश के संबंध में मुख्यमंत्री की नियुक्ति से पहले तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाता है।"

31 अक्टूबर 2019 को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के 2 केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजन के बाद जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय शासन लागू किया गया था। जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 को संसद ने 5 अगस्त 2019 को पारित किया था और उसी दिन अनुच्छेद 370 को भी खत्म कर दिया था, जिससे राज्य का विशेष दर्जा रद्द हो गया।
 
इससे पहले, जून 2017 से जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय शासन लागू था, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी के पीडीपी की अगुआई वाली सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद इस्तीफा दे दिया था।