Sanjay Raut ON Maharashtra Election Result: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को रुझान देखकर शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राऊत भड़क उठे। संजय राऊत ने नतीजों को लेकर संदेह जाहिर किया। संजय राऊत ने कहा कि इन रुझानों से लगता है कि यह फैसला जनता का नहीं है। कहीं कुछ ना कुछ तो गड़बड़ है। महायुति ने सरकारी मशीनरी को कब्जे में ले रखा है। आखिरी शिंदे के सभी कैंडिडेट कैसे जीत सकते हैं। यहां की जनता बेईमान नहीं है।
महाराष्ट्र की जनता का मन हमें मालूम है
राऊत ने जमकर भड़ास निकाली। कहा- इस नतीजे को महाराष्ट्र के ऊपर लाद दिया गया है। ये जनता का कॉल हो ही नहीं सकता। महाराष्ट्र की जनता का मन हमें मालूम हैं। लाडली बहन योजना के बारे में पूछे जाने पर तो संजय राऊत और भी ज्यादा भड़क गए। राऊत, कहने लगे कि यहां लाडले भाई हैं, लाडले नानाजी हैं, लाडले दादाजी हैं, हमको सब मालूम है। सबकुछ लाडले हैं यहां, मैं तो बस इतना ही कहूंगा कि ये जो नतीजे आए हैं, वह महाराष्ट्र की जनता का फैसला हो ही नहीं सकता।
हमारी चार या पांच सीटें चोरी की है
संजय राऊत ने कहा कि उस वक्त हमने कहा था कि मोदी जी हार गए हैं। लेकिन, चाहे महाराष्ट्र हों या फिर दूसरे स्टेट, इन लोगों ने नतीजों में गड़बड़ी की है। महाराष्ट्र के नतीजे इससे ज्यादा अच्छे आने वाले थे। इन लोगों ने हमारी चार या पांच सीटें चोरी की है। मैं आपको ये बता रहा हूं। महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में विपक्ष को मजबूत भूमिका नहीं मिलने के बारे में पूछा जाने पर कहा कि लोकसभा के 2014 और 2019 के चुनाव में मोदी और शाह ने यही किया था कि विपक्ष को नेता नहीं मिलने चाहिए। इस बार महाराष्ट्र में भी यही रणनीति अपनाई गई है।
हमें ये नतीजे कबूल नहीं है
बीजेपी के हमेशा से यही रणनीति रही है कि विधानसभा में कोई विपक्ष का नेता नहीं रहना चाहिए। पूरे नतीजे आने दो तो हम बात गड़बड़ी करेंगे। पैसा तो ऐसे.. कि हर चुनाव क्षेत्र में नोटों की मशीनें लगाई थी। अरे, शिंदे का एक भी उम्मीदवार सिटिंग विधायक नहीं हारा। शिंदे पहले से ही यह कह रहे थे। ऐसा हुआ तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। ऐसा होता है क्या? चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें मिलती है क्या, ये नतीजे ऐसे हैं जिससे राज्य की जनता को बेईमान ठहराया गया है। यह नतीजे हमें कबूल नहीं है। जनता को भी ये नतीजे कबूल नहीं है।
पत्रकार से ही पूछा- क्या ये संभव है
राऊत सवाल पूछने वाले पत्रकार पर ही भड़क गए। जब संजय राऊत से पूछा गया कि एकनाथ शिंदे ने अकेल महाविकास अघाड़ी से ज्यादा सीटें जीती हैं, तो कहने लगे, कि आप पत्रकार हैं ना, आप खुद ही अपने मन में ये सवाल कीजिए। क्या महाराष्ट्र में ऐसा हो सकता है? क्या महाराष्ट्र में शिंदे को 60 सीटें मिल सकती हैं, अजित पवार को 40 सीटें मिल सकती हैं, ये संभव ही नहीं है। महाराष्ट्र की जनता बेईमान नहीं है।