UP Assembly Winter Session: उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र मंगलवार यानी आज से शुरू चुका है। चार दिवसीय सत्र एक दिसंबर तक चलेगा। 65 साल बाद योगी सरकार में विधानसभा सत्र नए नियमों के साथ ऑपरेट किया गया है। सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्वदलीय समिति की बैठक की। सर्वदलीय बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों से आग्रह किया कि वे सदन में सिर्फ अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए नहीं आएं बल्कि सार्वजनिक मुद्दों पर रचनात्मक बहस में हिस्सा लें। सदन की कार्यवाही शुरू उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र पूर्व राज्य मंत्री और भाजपा विधायक आशुतोष टंडन के निधन पर शोक संवेदना के साथ शुरू हुआ। सीएम योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने श्रद्धांजलि अर्पित की। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह शीतकालीन सत्र है। मैं सभी सदस्यों, खासकर विपक्षी दल के नेताओं से सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील करता हूं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार लोक कल्याण और विकास के मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। सरकार विपक्ष के सवालों का जवाब देने को तैयार है।

 

सप्लीमेंट्री बजट होगा पेश

बता दें कि 29 नवंबर को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना सप्लीमेंट्री बजट पेश करेंगे। राज्य सरकार की ओर से करीब छह अध्यादेश विधेयक के रूप में सदन में पेश किए जाएंगे। सप्लीमेंट्री बजट के विरोध में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव सदन में अपनी बात रखेंगे। सदस्यों को बिना मोबाइल के सदन में प्रवेश मिलेगा। इसके अलावा सदन में झंडे और बैनर ले जाने की भी इजाजत नहीं होगी। इस सत्र के दौरान महिला सदस्यों को बोलने के लिए विशेष प्राथमिकता मिलेगी।

विपक्ष प्रदर्शनकारी बनना चाहता-सिद्धार्थ नाथ सिंह

आज से शुरू हो रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र पर बीजेपी नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि विपक्ष को चर्चा के लिए सदन में भेजा गया है। अगर वे प्रदर्शनकारी बनना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। वे मुद्दे नहीं उठाना चाहते और प्रदर्शनकारी बनना चाहते हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि अभी बैठक है, उसके बाद सत्र शुरू होगा। हमारी सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए लगातार काम कर रही है।

इन मुद्दों पर सरकार को घेरेगा विपक्ष

एक दिसंबर को नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे, गरीबी, बेरोजगारी और कानून व्यवस्था के मुद्दों पर सरकार को घेरेंगे। समाजवादी पार्टी के नेता मनोज पांडे ने कहा कि सत्र इतना छोटा है कि राज्य जिन समस्याओं का सामना कर रहा है, उन्हें देखते हुए हम पर्याप्त मुद्दे नहीं उठा पाएंगे। पांडे ने कहा कि कई विभागों ने अभी तक अपने बजट के महत्वपूर्ण हिस्से का उपयोग नहीं किया है और इसलिए पूरक मांगों के साथ आने का कोई मतलब नहीं है। नए नियमों के तहत विपक्ष विधानसभा में अलग-अलग मुद्दों को कैसे उठाता है, इस पर सबकी नजरें होंगी।