Bhadrapada Purnima 2024 Date: हिंदू धर्म में पूर्णिमा की तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। मान्यता है कि इस दिन पूजा-पाठ और दान पुण्य करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। वैदिक पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष के पूर्णिमा तिथि को व्रत रखा जाता है और इसका विधि-विधान से पालन भी किया जाता है। पूर्णिमा की तिथि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस समय भाद्रपद का महीना चल रहा है, ऐसे में भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि कब और शुभ मुहूर्त क्या है, आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
भाद्रपद पूर्णिमा की शुभ तिथि
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि यानी 17 सितंबर को सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर शुरू होगी और इसकी समाप्ति 18 सितंबर को सुबह 8 बजकर 10 मिनट पर होगी। पंचांग के अनुसार, भाद्रपद पूर्णिमा का व्रत 17 सितंबर दिन मंगलवार को रखा जाएगा। ज्योतिषियों के अनुसार, इस दिन चंद्रोदय का समय शाम 6 बजकर 6 मिनट पर होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूर्णिमा तिथि के दिन चंद्र देव की पूजा की जाती है।
भाद्रपद पूर्णिमा के दिन स्नान दान समय
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूर्णिमा तिथि के दिन सूर्योदय के समय स्नान-ध्यान करने का विधान है। मान्यता है जो लोग सूर्योदय के समय स्नान-ध्यान करते हैं और सूर्य देव को जल अर्पित करते हैं, उनके जीवन में खुशियां बनी रहती हैं। इस दिन सूर्योदय का समय सुबह 6 बजकर 8 मिनट पर होगा। पंचांग के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह के 4 बजकर 35 मिनट से लेकर सुबह 5 बजकर 20 मिनट तक है। दान-पुण्य का समय सुबह के 11 बजकर 50 मिनट से लेकर दोपहर के 12 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। इस अभिजीत मुहूर्त में दान कर सकते हैं।
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डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।