(कीर्ति राजपूत)
Morpankh Ke Achuk Upay : ज्योतिष शास्त्र में मोर के पंख बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे नौ ग्रहों का प्रतिनिधि भी कहा गया है। मोर पंख के इतने विशेष होने के पीछे की एक प्राचीन कथा है। एक समय संध्या नामक असुर ने घोर तपस्या करके भगवान शिव को प्रसन्न किया, और कई तरह की शक्तियां वरदान में प्राप्त की। इसके बाद भगवान विष्णु के भक्तों पर बेहद अत्याचार करने लगा। इस असुर ने स्वर्ग पर आधिपत्य जमा लिया, और देवी-देवताओं को कैद कर लिया। इस असुर को परास्त करने के लिए सभी देवी देवता पर नवग्रह मोर पंख में विराजित हो गए। इसी मोर पंख से असुर का वध हुआ और उसी समय से मोर पंख को सनातन धर्म में पूजनीय और पवित्र माना जाने लगा। आइए जानते हैं मोरपंख से जुड़े भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.
अपार धन संपत्ति पाने का उपाय
अगर लम्बे समय से आपके काम रुके हुए हैं या आपके मन में धन-वैभव पाने की इच्छा है, तो आपको राधाकृष्ण के मंदिर में मोर के पंख की स्थापना करवाएं और प्रतिदिन उसकी पूजा करें, 40वें दिन उस मोर के पंख को अपने साथ लाकर अपने घर के धन स्थान में रख दें। जल्द ही आपकी धन-संपत्ति में वृद्धि होना आरंभ हो जाएगी और लंबे समय से रुके काम भी पूरे होने लगेंगे।
शत्रु से मुक्ति पाने का उपाय
यदि कोई भी व्यक्ति आपको बहुत ज्यादा परेशान कर रहा है या झगड़ा कर रहा है, तो किसी भी मंगलवार या शनिवार के दिन मोर पंख पर हनुमानजी के मस्तक के सिंदूर से उस व्यक्ति का नाम लिखें और अपने घर के मंदिर में उसे रात भर के लिए रख दें। अब आपको सुबह उठते ही बिना नहाए-धोए और बिना किसी से बातचीत किए उस मोर ख को नदी के पानी में बहा दें। ऐसा करने मात्र से ही बड़े से बड़ा दुश्मन भी मित्र बन सकता है।
राहू के दुष्प्रभाव को दूर करने का उपाय
मोर कालसर्प का शत्रु है, इसलिए जिन लोगों की जन्म कुंडली में राहू बुरा प्रभाव दे रहा हो अर्थात कालसर्पदोष हो, उन्हें सदैव अपने साथ मोर पंख को रखना चाहिए।