Neem Karoli Baba Updesh: महज 17 साल की उम्र में परम ज्ञान की प्राप्ति करने वाले नीम करोली बाबा की ख्याति दुनियाभर में है। उत्तराखंड में स्थिति कैंची धाम में बाबा का आश्रम है। आज भले ही बाबा शारीरिक रूप से धरती पर मौजूद नहीं है, लेकिन उनके द्वारा जनमानस को दी गई सीखें लोगों का जीवन संवार रही है। कलयुग में हनुमान अंश कहे जाने वाले नीम करोली बाबा ने अपना पूरा लगभग जीवन अध्यात्म को समर्पित कर दिया था। उन्होंने जीवित रहते हुए जनमानस को वो सीखें दी, जो व्यक्ति को सफलता और सदमार्ग पर चलना सिखाती है। इस लेख के माध्यम से बाबा नीम करोली की 10 सीखें पढ़ेंगे। 

नीम करोली बाबा के 10 उपदेश 
(10 lessons of Neem Karoli Baba)

  • - सभी से प्रेम करो और सभी की सेवा करो। साथ ही सभी को भोजन दो और ईश्वर का ध्यान करो। 
  • - जैसे प्रेम ईश्वर से करते है, वैसा ही प्रेम सभी लोगों से करो। ये ना देखो कि वह तुम्हें दुःख देता है या फिर शर्मिंदा करता है। 
  • - नीम करोली बाबा के मुताबिक, प्रेम सबसे शक्तिशाली दवा है, जो बिजली से भी अधिक शक्तिशाली है। 
  • - नीम करोली बाबा के मुताबिक, उन्हें हमेशा दुःख पसंद है क्योंकि यह उन्हें ईश्वर के करीब ले जाता है। 
  • - नीम करोली बाबा के मुताबिक, हर चीज में ईश्वर को देखना अच्छा है बजाय उसे हर चीज में खोजने के। 
  • - नीम करोली बाबा के अनुसार, सिवाय ईश्वर के प्रेम के इस दुनिया में सब कुछ नश्वर है। 
  • - यदि आप एक-दूसरे से प्रेम नहीं कर सकते तो कभी भी जीवन में लक्ष्य की प्राप्ति नहीं कर सकते। 
  • - नीम करोली बाबा बताते थे कि पूजा का सर्वोत्तम रूप ईश्वर है क्योंकि वह हर रूप में मौजूद है। 
  • - जो भगवान के लिए काम करता है, उसका काम अपने आप हो जाता है, ऐसा नीम करोली बाबा का मानना था। 

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।