Paryushan Festival: जैन समाज का सबसे बड़ा पर्वाधिराज पर्यूषण पर्व 8 सितंबर से शुरू होगा, जिसकी तैयारियां मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दिगंबर जैन मंदिर में जोरों पर चल रही है। प्रबंधक अनुराग जैन, नीति जैन ने बताया कि पर्युषण पर्व में 10 दिनों में 10 धर्मों का महत्व बताया है।

संयम और शांति का महत्व
इस पर्व के दौरान त्याग, संयम और शांति का बड़ा महत्व है, जिसमें एकासन उपवास रखकर तपस्या की जाती है। 10 धर्मों में हर धर्म का अपना सार है, जिससे जीवन सरल बनता है। नीति जैन सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाती हैं। इसमें समस्त समाज के लोग धर्म लीन होकर भक्ति भाव से भगवान की आराधना करते हैं।

यह भी पढ़ें: Somvati Amavasya Ka Upay: बुरे दौर को खत्म कर देगा सोमवती अमावस्या का ये एक उपाय, आप भी जान लें

चमत्कारी एवं अतिशयकारी
शहर में मेन रोड स्थित जैन मंदिर बहुत प्राचीन है, जो 1960 में स्थापित हुआ था। मंदिर में स्थापित नेमिनाथ की प्रतिमा बहुत ही चमत्कारी एवं अतिशयकारी है। 2023 में इस मंदिर में पंचकल्याणक होने के बाद नई प्रतिमाएं स्थापित की गई, जिससे इस मंदिर की शोभा और भव्य हो गई है।

महापुरुषों के जीवन का संदेश
पर्वाधिराज पर्व को लेकर जैन समाज के लोगों में अति उत्साह देखा जा रहा है। समाज के लोगों ने इसके लिए विशेष रूप से संबंधित काम की शुरुआत कर दी है। जैन समाज के संतों से  लोग पर्व से संबंधित जानकारियां लेते हुए धर्म के महत्व को आत्मसात कर रहे हैं। लोग अपने घरों के बच्चों को महापुरुषों के जीवन का संदेश देते हुए उन्हें जागरूक कर रहे हैं। 

यह भी पढ़ें: Ganesh Chaturthi 2024: 7 सितंबर को है गणेश चतुर्थी, नोट करें बप्पा की मूर्ति स्थापना की सही विधि और नियम