Sharad Purnima 2024: 16 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है। इस दिन माता लक्ष्मी धरती पर भ्रमण करने आती हैं। इस दौरान जो व्यक्ति माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करता है। उस पर माता लक्ष्मी अपनी खूब कृपा बरसाती हैं। इसी दिन चंद्रमा रात्रि में 16 कलाओं से पूर्ण होकर अपनी किरणों से अमृत बरसाता है। इसलिए आपको रात में खीर बनाकर खुले छत में रख देना चाहिए। जिससे वह खीर अमृत के समान हो जाए। जब आप सुबह इस खीर को खाएंगे तो आपके शरीर से सारी बीमारियां दूर हो जाएगी। खीर खाने का शुभ समय 17 अक्टूबर की सुबह 5 बजकर 49 मिनट से लेकर 7 बजकर 5 मिनट तक रहेगा। ऐसा माना गया है कि शरद पूर्णिमा की रात चांद की रोशनी में रखी खीर खाने से 32 तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
खीर बनाने के विशेष कारण
शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा अपनी पूर्ण कला में होता है, जिसकी रोशनी में खीर दान करने से शुभता और समृद्धि आती है। इसके अलावा खीर भगवान श्रीकृष्ण का पसंदीदा भोग है और शरद पूर्णिमा उनके जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मनाई जाती है। शरद ऋतु में खीर बनाने से स्वास्थ्य को भी लाभ होता है, क्योंकि इसमें दूध, चावल, और गुड़ शामिल होते हैं जो पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। खीर बनाने की परंपरा हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है, जो भगवान को प्रसाद के रूप में अर्पित की जाती है। इन सभी कारणों से शरद पूर्णिमा की रात खीर बनाने की परंपरा निभाई जाती है, जो शुभता, समृद्धि, और स्वास्थ्य के लिए मंगलमय होती है।
शरद पूर्णिमा के चमत्कारिक उपाय
- चंद्रोदय के समय भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करें।
- इस दिन रात में खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखें और अगले दिन उसे प्रसाद के रूप में खाएं।
- शरद पूर्णिमा की रात को जागरण कर भगवान श्रीकृष्ण की आराधना करें।
- इस दिन व्रत रखें और रात में चंद्रमा को अर्घ्य दें।
- शरद पूर्णिमा के दिन दान-पुण्य करना भी शुभ माना जाता है।
रोगों से मिलेगा छुटकारा
शरद पूर्णिमा की रात को चांदनी में रखी खीर खाने के कई फायदे हैं। यह खीर कई रोगों से मुक्ति दिला सकती है। इस दिन आप स्वास्थ से संबंधित बीमारी खत्म करने के लिए मन्नत मांग कर खत्म कर सकते हैं। इसके लिए खीर बना कर रात को चंद्रमा की रोशनी में खीर रख दें। उसमें एक चांदी का सिक्का डाल दें, अब आप जो भी हेल्थ के बारे में चाहते हैं, वो उस खीर में आप बोलें। और ॐ चन्द्रमसे नमः का जाप करें। उसके बाद आप खीर खाएं। इस तरह से करने पर आपकी हेल्थ से संबंधित सभी समस्या दूर हो जाएगी।
महत्व
शरद पूर्णिमा का पर्व भगवान श्रीकृष्ण के अवतरण के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण कला में होता है, जो शुभता और समृद्धि का प्रतीक है।