Jay Shah: जय शाह भारतीय क्रिकेट बोर्ड से छलांग लगाते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद में जगह बनाई। वह मंगलवार को ICC के चेयरमैन बन गए। उन्होंने ग्रेग बार्कले की जगह ली। जय शाह वर्तमान में BCCI के सचिव भी हैं। आईसीसी में पद संभालने से पहले उन्हें अपनी पोस्ट को अलविदा कहना होगा।
जय शाह का आईसीसी चेयरमैन बनना विश्व क्रिकेट में भारत की बढ़ती धाक को दिखता है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड आर्थिक रूप से दुनिया का सबसे मजबूत क्रिकेट बोर्ड है। जय शाह को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड का समर्थन हासिल है। इससे उनकी आईसीसी में एंट्री आसान हो गई।
BCCI में वेतन नहीं, भत्ते और खर्चें
BCCI में अध्यक्ष, सचिव उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष जैसे पद मानद पद की श्रेणी में आते हैं। इन निश्चित वेतन नहीं मिलता है, लेकिन इन शख्सियतों को समय-समय पर भत्ते और खर्चें जरूर दिए जाते हैं। बोर्ड इन्हें काम करने के लिए कई तरह के खर्चे प्रदान करता है।
यह पदाधिकारी आईसीसी की बैठकें और टीम की तरफ से विदेशी दौरों पर जाते हैं तो उन्हें हर दिन के हिसाब से 1000 डालर (भारतीय रुपए में 82 हजार रु.) मिलता है। हवाई यात्रा के लिए इन लोगों को लग्जरी सुख सुविधाएं मिलती हैं। इन्हें फर्स्ट क्लास की यात्रा मिलती है। वहीं, देश में ही यात्राओं के लिए बिजनेस क्लास के साथ 40 हजार रुपए हर दिन के हिसाब से भत्ता मिलता है। देश में एक शहर से दूसरे शहर में यात्रा करने के लिए इन्हें 30 हजार रुपए प्रतिदिन मिलता है। होटल बुक करने का खर्चा भी बोर्ड ही उठाता है।
ICC का हिसाब-किताब
BCCI में मानद पदों पर काबिज लोगों को निश्चित वेतन नहीं मिलता है ब्लकि उन्हें भत्ते और खर्चा मिलता है। ठीक उसी तरह ICC में भी मानद पद होते हैं। ऐसे लोगों को यात्रा, मीटिंग और अन्य चीजों के लिए भत्ते और खर्चें दिए जाते हैं। हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि क्रिकेट की सबसे बड़ी संस्था अपने पदाधिकारियों को भत्ता और खर्चें के लिए कितने रुपए देती है।