ind vs nz champions trophy 2025 final: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 फाइनल में रविवार को भारत और न्यूजीलैंड की टीमें आमने-सामने होंगी। न्यूजीलैंड ऐसी टीम है जो भारत को कड़ी टक्कर दे सकती। कीवी टीम पहले भी इस मैदान पर भारत से दो-दो हाथ कर चुकी है, जिससे दुबई की कंडीशंस का इस टीम को अंदाजा हो चुका है। ऐसे में टीम इंडिया को न्यूजीलैंड से सावधान रहना होगा और इसकी एक नहीं, बल्कि तीन वजहें हैं। 

अगर किसी टीम के पास भारत जैसी मजबूत स्पिन बॉलिंग यूनिट है, तो वो न्यूजीलैंड है। उनके स्पिन अटैक की अगुआई कप्तान मिचेल सैंटनर कर रहे, जिनका साथ माइकल ब्रेसवेल, ग्लेन फिलिप्स और रचिन रविंद्र देते हैं। इस लिहाज से उनके पास विविधता भी है। ग्रुप स्टेज के मुकाबले में भारतीय टीम ने उनके स्पिन अटैक को बखूबी संभाला था लेकिन इस बार कीवी टीम पूरी तैयारी के साथ उतरेगी। खासकर जब मैच उसी पिच पर खेला जाएगा, जहां भारत ने पाकिस्तान को हराया था, तो न्यूजीलैंड के स्पिनर्स का रोल अहम रहेगा।

पेसर्स का जलवा
भारत के खिलाफ न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने नई गेंद से अच्छी मूवमेंट हासिल किया था, जो अन्य किसी भी टीम के खिलाफ नहीं देखी गई। यह उनके तेज गेंदबाजों की लंबाई और सटीक लेंथ के कारण संभव हुआ, जिससे हवा में गेंद अधिक समय तक रहती है और मूवमेंट बढ़ जाता है। इस मूवमेंट के अलावा, ऊंचे कद का होने के कारण कीवी गेंदबाज पिच से अतिरिक्त उछाल भी हासिल करते हैं, जो भारतीय टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है, पिछले मैच में ये नजर भी आया था। मैट हेनरी ने 5 विकेट झटके थे और भारत ने 30 रन के भीतर ही गिल, रोहित और विराट के विकेट गंवा दिए थे। 

भारत को पहले पावरप्ले में रन बनाने की ठोस रणनीति अपनानी होगी, क्योंकि शुरुआती ओवर में रन बनाना बेहद जरूरी होगा।

फील्डिंग न्यूजीलैंड की बड़ी ताकत
न्यूजीलैंड की फील्डिंग उनकी सबसे बड़ी ताकत में से एक है। बीते रविवार को उन्होंने अपनी फील्डिंग से कम से कम 30-40 रन बचाए थे। वे आधे मौके को भी विकेट में बदलने का दम रखते हैं। ग्लेन फिलिप्स, मिचेल सैंटनर और माइकल ब्रेसवेल जैसे खिलाड़ी किसी भी टीम के लिए टॉप फील्डर हो सकते जब स्पिनर्स बॉलिंग कर रहे होते हैं, तो वे सिंगल्स रोककर दबाव बना सकते हैं। ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों को हर एक रन के लिए मेहनत करनी होगी।

बैटिंग लाइनअप में गहराई
न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी भी भारत की तरह संतुलित है। रचिन रविंद्र, विल यंग और केन विलियमसन जैसे टॉप ऑर्डर बल्लेबाज टीम को तेज शुरुआत देने के साथ-साथ विकेट पर टिके रहने की भी क्षमता रखते हैं। साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल में विलियमसन और रविंद्र ने शतक ठोके थे और भारत के खिलाफ पिछले मैच में विलियमसन ने 81 रन बनाए थे। 

वहीं, मिडल ऑर्डर में टॉम लैथम, डैरिल मिचेल और ग्लेन फिलिप्स हैं, जो स्पिन गेंदबाजी को अच्छा खेलते हैं। पिछले मैच में वरुण चक्रवर्ती की घातक गेंदबाजी ने उन्हें रोक दिया था, लेकिन इस बार कीवी बल्लेबाज पूरी तैयारी के साथ उतरेंगे।

फाइनल में जोरदार मुकाबले की उम्मीद
भारत और न्यूजीलैंड दोनों ही फाइनल में जीत की पूरी कोशिश करेंगे। भारत के पास लगातार एक ही मैदान पर खेलने का अनुभव है लेकिन न्यूजीलैंड भी अपनी ताकत के दम पर मैच पलटने में सक्षम है। अब देखना होगा कि कौन सी टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की ट्रॉफी उठाएगी।