IND vs AUS, 1st Test Report: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के जैसे आगाज की उम्मीद थी, पर्थ में कुछ ऐसा ही हुआ। इस टेस्ट के पहले दिन जब ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 150 रन पर ढेर कर दिया था, तो ऐसा लग रहा था कि मेजबान टीम ने शिकंजा कस दिया है। लेकिन, टीम इंडिया ने जसप्रीत बुमराह की अगुआई में जबरदस्त पलटवार किया और शनिवार को इस टेस्ट के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया को 104 रन पर ऑल आउट कर दिया और मेजबान टीम को घुटनों पर ला दिया। इसके साथ ही भारत ने पहली पारी के आधार पर 46 रन की अहम बढ़त हासिल की।
यह 43 साल में पहला मौका है, जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में इतने छोटे स्कोर पर आउट किया है। पिछली बार भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में 1981 में मेलबर्न टेस्ट में 83 रन पर ढेर किया था। ये ऑस्ट्रेलिया का भारत के खिलाफ टेस्ट में सबसे छोटा स्कोर भी है। 2023 में भी ऑस्ट्रेलिया नागपुर टेस्ट में भारत के खिलाफ 91 रन पर आउट हुआ था। 104 रन ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट में भारत के खिलाफ ओवरऑल चौथा सबसे छोटा स्कोर है।
Innings Break!
— BCCI (@BCCI) November 23, 2024
Australia have been bowled out for 104 runs and #TeamIndia secure a 46-run lead. Captain @Jaspritbumrah93 leads by example taking 5 wickets, while debutant Harshit Rana gets 3 and @mdsirajofficial has 2.
It is time for Lunch on Day 2 and post that the Indian… pic.twitter.com/eryt7KsGKf
पर्थ में पहली बार ऑस्ट्रेलिया 200 से कम में आउट
अगर पर्थ की बात करें तो भारत ने ऑस्ट्रेलिया को यहां पहली बार 200 रन के स्कोर से कम पर रोका है। इससे पहले पर्थ में भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया का लोएस्ट स्कोर 212 रन था, जो उसने 2008 में बनाया था।
बुमराह ने दिखाया दम
जसप्रीत बुमराह ने पर्थ टेस्ट के शुरू होने से पहले जो बात कही थी कि उन्हें जिम्मेदारी लेना पसंद है। उन्होंने गेंदबाजी में इसे साबित किया और 5 शिकार कर ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर धकेलने में अहम रोल निभाया। ऑस्ट्रेलिया के पहले तीन विकेट बुमराह ने ही झटके थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि रोहित की गैरहाजिरी में उन्होंने कप्तानी के रोल को अच्छे से निभाया और उन्हें दूसरे छोर से डेब्यूटेंट हर्षित राणा और मोहम्मद सिराज का पूरा योगदान मिला।
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ऑस्ट्रेलिया के सभी 10 विकेट तेज गेंदबाजों ने लिए
जिस तरह पहले दिन भारत के सभी 10 विकेट ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों ने लिए थे, ठीक उसी तरह भारतीय तेज गेंदबाजों ने भी ऑस्ट्रेलिया के सभी 10 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। बुमराह ने 11वीं बार पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा किया। बुमराह ने 18 ओवर गेंदबाजी की और 30 रन देकर 5 विकेट झटके हैं। हर्षित राणा ने 15.2 ओवर में 48 रन देकर 3 विकेट लिए हैं। मोहम्मद सिराज ने भी 2 शिकार किए।
ऑस्ट्रेलिया के आखिरी 5 बल्लेबाजों ने मिलकर 66 रन बनाए जबकि भारत के आखिरी पांच बल्लेबाजों ने 91 रन बनाए, जिसमें ऋषभ पंत और नीतीश कुमार रेड्डी के बीच 48 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी शामिल है। पहले दिन जब रेड्डी सिर्फ़ 10 रन पर थे, तब लेग साइड में उनके कैच के लिए DRS न लेना और कमिंस द्वारा पंत को 26 रन के स्कोर पर कैच छोड़ना ऑस्ट्रेलिया पर भारी पड़ा। यह बहुत स्पष्ट है कि जब इस सतह पर गेंद नरम हो जाती है, तो बल्लेबाजी करना बहुत आसान हो जाता है। ऑस्ट्रेलिया ने घरेलू धरती पर टेस्ट में 104 या उससे कम रन पर आउट होने के बाद सिर्फ़ एक बार जीत हासिल की है और वह 1877 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पहले टेस्ट में मिली थी।