Arshdeep Singh ipl auction 2025: इंडियन प्रीमियर लीग 2025 का मेगा ऑक्शन जेद्दाह में जारी है। नीलामी का आगाज मार्की प्लेयर्स के सेट-1 से शुरू हुआ। इसमें पहला नाम भारतीय पेसर अर्शदीप सिंह थे। अर्शदीप का बेस प्राइस 2 करोड़ रुपये थे। उनपर सबसे पहला दांव चेन्नई सुपर किंग्स ने खेला। इसके बाद दिल्ली कैपिटल्स भी बीडिंग में कूद गई और दिल्ली-चेन्नई के बीच पेसर को खरीदने की होड़ दिखी। 7.50 करोड़ रुपये पर चेन्नई ने अर्शदीप पर दांव छोड़ दिया। इसके बाद रेस में गुजरात टाइटंस आ गई और फिर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु भी ऑक्शन में कूद गई। 

बाद में दिल्ली कैपिटल्स भी रेस से बाहर हो गई और राजस्थान ने अर्शदीप को खरीदने के लिए बीडिंग लगा दी। साथ में गुजरात टाइटंस भी रेस में आ गई और उनकी बोली 10 करोड़ के पार हो गई। इसके बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने बीडिंग में बोली लगाकर अर्शदीप की कीमत बढ़ा दी। इसके बाद गुजरात और आरसीबी के बीच बीडिंग वॉर देखने को मिली। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स भी रेस में आ गई और गुजरात भी बनी रही। राजस्थान के कोच राहुल द्रविड़ ने अर्शदीप के साथ अंडर-19 और टीम इंडिया में काम किया है। इसी वजह से राजस्थान ने इस पेसर को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई। आखिर में सनराइजर्स हैदराबाद ने 15.75 करोड़ की बोली लगाकर अर्शदीप को खरीद लिया। लेकिन, पंजाब किंग्स ने 15.75 करोड़ की राशि पर RTM का उपयोग किया

अर्शदीप सिंह को 18 करोड़ में पंजाब ने खरीदा
हैदराबाद ने इसके बाद 18 करोड़ की बोली लगा दी और पंजाब ने इसी राशि पर अर्शदीप सिंह को ख़रीद लिया। आखिर RTM यानी राइट टू मैच कार्ड होता क्या है, जिसके जरिए पंजाब ने अर्शदीप को दोबारा अपने साथ जोड़ा। आइए जानते हैं। 

क्या होता है राइट टू मैच कार्ड (What is Right To match card)
फ्रेंचाइजियों को आईपीएल में राइट टू मैच का कार्ड मिलता है। वो इसके जरिए अपने पुराने खिलाड़ियों को ऑक्शन के दौरान दोबारा टीम में ला सकते हैं। इसके लिए फ्रेंचाइजी को उस खिलाड़ी की सबसे ऊंची बोली के बराबर कीमत चुकानी होती है। पिछली दो नीलामी में इसका इस्तेमाल नहीं हुआ था, लेकिन इस साल राइट टू मैच कार्ड की वापसी हुई है। पंजाब किंग्स ने 15.75 करोड़ की राशि पर RTM का उपयोग किया था। इसके बाद सनराइजर्स हैदराबाद ने 18 करोड़ की बोली लगाई और पंजाब ने इतनी ही कीमत चुकाकर अर्शदीप को खरीद लिया। 

अधिकतम 6 खिलाड़ियों को रिटेन किया जा सकता था, तो जिस फ्रेंचाइजी ने जितने कम खिलाड़ियों को रिटेन किया, उनके पास उतने ही ज्यादा RTM Card हैं।  उतने ज्यादा राइट टू मैच कार्ड हैं। इसे ऐसा समझा जा सकता है कि मुंबई और चेन्नई ने पांच-पांच खिलाड़ियों को रिटेन किया तो इनके पास नीलामी में सिर्फ एक राइट टू मैच कार्ड होगा। पंजाब ने सिर्फ दो खिलाड़ियों को रिटेन किया है, ऐसे में उनके पास चार राइट टू मैच कार्ड हैं। इसी का इस्तेमाल करते हुए पंजाब ने अपने अहम गेंदबाज को जोड़ लिया।