Jasprit bumrah statement: भारत ने पर्थ में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट को चौथे दिन ही जीत लिया। 534 रन का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम 238 रन पर ऑल आउट हो गई और भारत ने 295 रन से ये टेस्ट जीता। ये भारत की ऑस्ट्रेलिया में सबसे बड़ी जीत है। पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में पहली बार किसी टीम ने ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाई है। इससे पहले, यहां खेले सभी चार टेस्ट ऑस्ट्रेलिया ने जीते थे। इस जीत में भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह का अहम रोल रहा। उन्होंने पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को 104 रन पर समेटेने में अहम रोल निभाया था। 

बुमराह ने पर्थ टेस्ट की पहली पारी में 5 विकेट झटके और दूसरी में ऑस्ट्रेलिया को पहले तीन झटके दिए। इसी प्रदर्शन के कारण बुमराह को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। ये बतौर कप्तान ऑस्ट्रेलिया में बुमराह का पहला टेस्ट था और उन्होंने ऐतिहासिक जीत से आगाज किया। भारत ने इससे पहले, 2008 में पर्थ में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। यानी 16 साल बाद भारत ने पर्थ में जीत हासिल की है। तब मुकाबले वाका मैदान में खेला गया था और इस बार ऑप्टस स्टेडियम में टक्कर हुई। 

यशस्वी की शानदार पारी: बुमराह
इस ऐतिहासिक जीत के बाद जसप्रीत बुमराह ने कहा, 'बहुत खुश हूं। पहली पारी में हम पर दबाव था, लेकिन हमने जिस तरह से जवाब दिया वह शानदार था। मैंने 2018 में यहाँ खेला था - मुझे याद है कि शुरुआत में विकेट थोड़ा नरम था, इसमें नमी थी। हम वास्तव में अच्छी तरह से तैयार थे। मैंने सभी से कहा कि अपनी क्षमता पर विश्वास रखें। 

बुमराह ने यशस्वी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि ये यशस्वी की अब तक के टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी है। उन्होंने गेंद को अच्छी तरह से छोड़ा। वहीं, विराट को लेकर बुमराह ने कहा कि मैंने उन्हें फॉर्म से बाहर नहीं देखा - मुश्किल पिचों पर इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। लेकिन वह नेट्स में अच्छे नजर आ रहे थे।