Mohammad Rizwan: पाकिस्तान क्रिकेट में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे। ताज़ा मामला पाकिस्तान के वनडे कप्तान मोहम्मद रिजवान का है, जिन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) द्वारा आयोजित नेशनल टी20 कप में हिस्सा लेने की बजाय क्लब क्रिकेट खेलना चुना। पाकिस्तानी मीडिया में यह खबर सामने आते ही रिजवान सबके निशाने पर आ गए।

पूर्व तेज गेंदबाज सिकंदर बख्त ने PCB चेयरमैन मोहसिन नकवी से मांग की है कि वे रिजवान के इस रवैये पर सख्त कदम उठाएं और उनका केंद्रीय अनुबंध रद्द करें। बख्त ने कहा, 'ये खिलाड़ी PCB के कर्मचारी हैं। उन्हें हर महीने 60 लाख रुपए मिलते हैं, इसलिए उन्हें बोर्ड द्वारा आयोजित हर टूर्नामेंट में खेलना चाहिए। अगर वे क्लब क्रिकेट खेल रहे हैं और बोर्ड के टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले रहे, तो यह PCB का अपमान है।'

सिकंदर बख्त ने आगे कहा कि मोहसिन नकवी को सख्त होना पड़ेगा। वो बहुत विनम्र हैं लेकिन उन्हें सख्ती दिखानी होगी। जो खिलाड़ी PCB के आदेशों का पालन न करें, उनके कॉन्ट्रैक्ट रोकने चाहिए।

चैंपियंस ट्रॉफी में फ्लॉप रहे रिजवान
मोहम्मद रिजवान पहले ही चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन को लेकर आलोचना झेल रहे हैं। पाकिस्तान ग्रुप स्टेज में ही बाहर हो गया था। रिजवान की कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों पर सवाल उठे। उन्होंने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 3 और भारत के खिलाफ 46 रन बनाए थे। भारत के खिलाफ उनकी धीमी पारी के लिए कई विशेषज्ञों ने उनकी रणनीति पर उंगली उठाई।

रिजवान को बाबर आज़म की जगह पाकिस्तान का वनडे कप्तान बनाया गया था। उनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने नवंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज ज़रूर जीती थी, लेकिन उसके बाद से टीम का प्रदर्शन गिरता चला गया।

पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज़ सरफराज नवाज़ ने भी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के खिलाफ रिजवान के 'बॉडी लैंग्वेज' पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि टॉस के समय रिजवान दबाव में दिखे और आत्मविश्वास की कमी नज़र आई थी।