Pakistan cricket team: पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में शर्मनाक प्रदर्शन किया और टूर्नामेंट के ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई। मौजूदा चैंपियन पाकिस्तान को पहले ही मुकाबले में न्यूज़ीलैंड के हाथों 60 रन से हार झेलनी पड़ी थी और इसके बाद भारत ने उसे 6 विकेट से मात दी। इससे ही पाकिस्तान की आगे बढ़ने की राह मुश्किल हो गई थी। इसके बाद न्यूज़ीलैंड ने बांग्लादेश को हराया, जिससे पाकिस्तान की टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई क्योंकि न्यूजीलैंड की बांग्लादेश पर जीत के साथ ये साफ हो गया कि वह अब ग्रुप में तीसरे स्थान से ऊपर नहीं पहुंच सकती थी। इसके साथ ही भारत और न्यूज़ीलैंड ने सेमीफाइनल के लिए अपनी जगह पक्की कर ली।
पाकिस्तान की इस खराब परफॉर्मेंस के पीछे कप्तान मोहम्मद रिजवान और कोच आकिब जावेद के खींचतान सबसे बड़ी वजह थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रिजवान से अहम फैसलों में सलाह नहीं ली जाती थी, जिससे वो नाराज थे। उदाहरण के तौर पर, रिजवान ने खुशदिल शाह को टीम में शामिल करने का समर्थन किया था लेकिन कोच आकिब जावेद ने बिना किसी चर्चा के फहीम अशरफ का सेलेक्शन कर लिया।
इसके अलावा, पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने 2 बार टीम में बदलाव करने की सलाह दी थी लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया। हालांकि, अध्यक्ष ने कोई कार्रवाई नहीं की। यह पाकिस्तान के लिए घरेलू मैदान पर चैंपियंस ट्रॉफी का सपना चकनाचूर होने जैसा था, और अब टीम को बांग्लादेश के खिलाफ मैच में अपनी साख के लिए खेलना है। पाकिस्तान के फैंस अब क्रिकेट संरचना में बड़े बदलाव की मांग कर रहे हैं, खासकर शीर्ष स्तर पर।
पाकिस्तान के लिए आईसीसी टूर्नामेंट में तीसरा मौका है, जब टीम ग्रुप स्टेज से आगे नहीं बढ़ पाई। इससे पहले, 2024 टी20 वर्ल्ड कप और 2023 वनडे वर्ल्ड कप में भी पाकिस्तान जल्दी बाहर हो गया था।
आजकल के क्रिकेट में जहां टीमों ने आक्रामक और निडर खेल को अपनाया है, पाकिस्तान का खेल बहुत ही रक्षात्मक और पुराने तरीके का नजर आया। उनकी टॉप ऑर्डर में कोई आक्रामकता नहीं दिखी, और उन्होंने अपनी पारी की गति को बढ़ाने में देरी की। पाकिस्तान ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 161 डॉट गेंद खेली और भारत के खिलाफ 147। खराब शॉट सेलेक्शन, लचर फील्डिंग और चोटिल खिलाड़ियों ने उनके लिए मुश्किलें और बढ़ा दीं।
पाकिस्तान के ओपनर फखर ज़मान पहले ही मैच में चोटिल हो गए थे। इसके कारण टीम को बड़ा नुकसान हुआ। उनके स्थान पर आए इमाम-उल-हक ने भी अपेक्षित प्रदर्शन नहीं किया। कप्तान मोहम्मद रिजवान और स्टार बैटर बाबर आज़म भी शांत दिखे और टीम को महत्वपूर्ण स्थितियों में संघर्ष करते हुए देखा गया। पाकिस्तान की पेस अटैक में भी वह धार नजर नहीं आई, जो एक समय उनकी पहचान हुआ करती थी।
इसके अलावा, पाकिस्तान क्रिकेट का अस्थिर ढांचा भी उनकी कठिनाइयों का कारण बना है। पिछले तीन सालों में टीम ने कई चयनकर्ताओं, कोच और कप्तान देखे हैं, जिनकी वजह से टीम की स्थिति और खराब हुई है।