Rohit Sharma statement: भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत लिया। भारत ने 252 रन के लक्ष्य को 6 गेंद रहते हासिल कर लिया। फाइनल में रोहित शर्मा ने कप्तानी पारी खेली। उन्होंने पारी की शुरुआत करते हुए ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की और आउट होने से पहले उन्होंने 83 गेंद में 76 रन की पारी खेली और आखिर में उनकी ये पारी भारत के काम आई। भारत ने एक साल के भीतर ही आईसीसी का दूसरा खिताब जीता। इससे पहले, रोहित की ही कप्तानी में भारत ने पिछले साल टी20 विश्व कप जीता था। भारत ने तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी जीती है।
फाइनल में अर्धशतकीय पारी खेलने वाले रोहित शर्मा को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने फाइनल के बाद कहा, 'यह बहुत अच्छा है। हमने पूरे टूर्नामेंट में अच्छी क्रिकेट खेली। अपने तरीके से नतीजे हासिल करना बहुत अच्छा एहसास है। मेरे लिए आक्रामक क्रिकेट स्वाभाविक नहीं है लेकिन, ये कुछ ऐसा है तो मैं वास्तव में करना ही चाहता था। जब आप कुछ अलग कर रहे होते हैं, तो आपको टीम और प्रबंधन का समर्थन प्राप्त होना चाहिए। मैंने पहले राहुल भाई से और अब गौती भाई से भी बात की। यह कुछ ऐसा है जो मैं वास्तव में करना चाहता था। मैंने इन सभी वर्षों में एक अलग शैली में खेला है, और अब हमें इससे परिणाम मिल रहे हैं।'
रोहित ने पिच को लेकर कहा, 'हमें विकेट की प्रकृति को समझना होगा और मैं इस बारे में बहुत स्पष्ट था कि मुझे पहले पांच-छह ओवर कैसे करने हैं। मैं पहले भी आउट हो चुका हूं, लेकिन आप कैसे अप्रोच करते हैं, ये अहम है। बल्लेबाजी में गहराई मुझे खुलकर खेलने की आजादी देती है। जडेजा के 8वें नंबर पर आने से आपको आगे बढ़कर कड़ी मेहनत करने का आत्मविश्वास मिलता है। जब तक मैं अपने दिमाग में स्पष्ट हूं, यह बहुत अच्छा है।'