shreyas iyer: श्रेयस अय्यर ने पिछले कुछ समय में खुद को भारतीय वनडे टीम के नंबर 4 बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया है। एक समय उन्हें ‘शॉर्ट बॉल’ खेलने में कमजोरी के लिए आलोचना झेलनी पड़ी थी। BCCI ने उनका सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट तक रद्द कर दिया था लेकिन श्रेयस ने हार नहीं मानी। उनकी मेहनत, सकारात्मक सोच और सादगी भरे रवैये ने उन्हें वापसी के रास्ते पर मजबूती से खड़ा कर दिया।

हाल ही में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता और कप्तान रोहित शर्मा ने अय्यर को 'साइलेंट हीरो' करार दिया। श्रेयस अय्यर ने PTI से बातचीत में कहा, 'शायद यह धारणा बनाई गई थी या मुझे टाइपकास्ट कर दिया गया था लेकिन मैं हमेशा अपने हुनर और क्षमताओं को जानता था। मैंने खुद पर विश्वास बनाए रखा।'

आंकड़े भी उनका समर्थन करते हैं। पिछले आठ वनडे में उन्होंने नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हुए 53 की औसत से रन बनाए और सिर्फ एक मैच में सस्ते में आउट हुए। श्रेयस ने कहा, 'खेल की प्रकृति बदलती रहती है इसलिए एथलीट को खुद को लगातार निखारना होता है। मैं खुश हूं कि मैंने सकारात्मक सोच रखी और अपनी प्रक्रिया पर भरोसा किया।'

सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट रद्द होने के बाद नहीं हारी हिम्मत
पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट के दौरान अय्यर को पीठ में चोट लगी थी। फिट होने के बाद उन्होंने रणजी ट्रॉफी की जगह IPL फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ प्रैक्टिस को प्राथमिकता दी। इस फैसले पर BCCI ने उनका कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया। मगर अय्यर ने आलोचनाओं की परवाह किए बिना KKR को IPL खिताब दिलाया और फिर से भारतीय टीम में जगह बनाई।

उन्होंने कहा, 'मैंने अपनी प्रोसेस सिंपल रखी, ज्यादा सोचने की बजाय मेहनत जारी रखी। मेरा मानना था कि मेरा प्रदर्शन और ईमानदारी मुझे फिर मौका दिलाएगी।'

नंबर चार पर सहज महसूस करते हैं अय्यर
अय्यर ने कहा, '2023 वर्ल्ड कप से लेकर अब तक मैं नंबर चार पर बैटिंग में सबसे ज्यादा सहज महसूस करता हूं। मुझे वहां खेलने में मजा आता है और वहीं मैं बेहतर खेल पाता हूं।' चैंपियंस ट्रॉफी में अय्यर ने पांच मैचों में 243 रन बनाए और स्पिनरों के खिलाफ स्ट्राइक रोटेट करने में भी माहिर नजर आए।

उन्होंने कहा, 'मुंबई की बिना घास वाली पिचों पर खेलना मेरे लिए फायदेमंद रहा है। वहां फुटवर्क मजबूत करने की सीख मिली। मैं भारतीय टीम के लिए मिडिल ऑर्डर में स्थिरता लाने की कोशिश करता रहूंगा।'