T20 World Cup 2024: अफगानिस्तान ने राशिद खान की कप्तानी में इतिहास रच दिया है। अफगानिस्तान ने बांग्लादेश को हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। इससे ना सिर्फ बांग्लादेश को झटका लगा है, बल्कि ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम का भी विश्व कप से पत्ता साफ हो गया है। यह मैच सांस रोक देने वाला था।
प्रत्येक गेंद के बाद फैंस की सांसे थम सी जा रहीं थीं, लेकिन आखिरकार इस रोमांचक मैच को अफगानिस्तान ने अपने नाम कर लिया। अब मैच के बाद सोशल मीडिया पर सवाल उठने लगा है कि क्या बांग्लादेश अफगानिस्तान से जानबूझकर हार गया। इस मैच के कुछ ऐसे आंकड़े सामने आए हैं, जो इस अफवाह को सच मानने पर मजबूर कर रहे हैं।
अफगानिस्तान ने किए एक तीर से 2 शिकार
बांग्लादेश और अफगानिस्तान के बीच खेला गया मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोर बोर्ड पर 115 रन लगाए और बांग्लादेश को जीत के लिए 116 रन का लक्ष्य दिया। अगर बांग्लादेश इस लक्ष्य को महज 12.1 ओवर में हासिल कर लेता, तो वह सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर जाता।
वहीं, अगर बांग्लादेश 12.1 ओवर के बाद इस मैच को जीतता, तो ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर जाता, लेकिन अफगानिस्तान ने बांग्लादेश को सिर्फ 105 रनों पर ऑल आउट कर मैच को अपने नाम कर लिया और सेमीफाइनल में भी अपनी जगह पक्की कर ली। ऐसे में अफगानिस्तान ने अपनी एक जीत से बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया दोनों को झटका दिया है।
बांग्लादेश ने पहले की थी मैच जीतने की कोशिश
बांग्लादेश ने शुरुआती ओवरों में भरपूर कोशिश की थी कि कैसे भी इस मैच को 12.1 ओवर में फिनिश कर सके और सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर सके, लेकिन आखिरी के कुछ ओवरों में जब यह साफ हो गया कि अब बांग्लादेश सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाएगा, तब उसके बल्लेबाजों ने मैच जीतने के लिए कुछ खास प्रयास नहीं किया।
बांग्लादेशी बल्लेबाजों को अच्छी तरह पता था कि मैच हाथ से फिसलता जा रहा है, लेकिन फिर भी उन्होंने बड़े शॉट लगाने का अधिक प्रयास तक नहीं किया। इसी को लेकर सोशल मीडिया फैंस कायास लगा रहे हैं कि बांग्लादेश जानबूझकर अफगानिस्तान से मुकाबला हारा है, ताकि राशिद खान की सेना सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर सके।
यहां देखें चौंकाने वाले आंकड़े
बांग्लादेश की टीम जब 116 रन चेज करने के लिए उतरी तो शुरुआती 10 ओवर में 7.7 के नेट रन रेट से 77 रन बनाए। बांग्लादेश को मैच जीतने के लिए अगले 10 ओवर में सिर्फ 39 रन बनाने की जरूरत थी, मतलब 4 रन प्रति ओवर से भी कम। बांग्लादेश के पास 5 विकेट भी हाथ में थे, लेकिन फिर भी वह मैच हार गया। 10वें ओवर के बाद बांग्लादेश की ओर से सिर्फ एक बाउंड्री लगाई गई।
लिटन दास ने 16वें ओवर की दूसरे गेंद पर चौका जड़ा था। मतलब शुरुआती 10 ओवर को छोड़ दें, तो अगली 47 गेंदों में सिर्फ एक चौका आया। मैच के आखिरी पलों में भी जब लिटन दास खेल रहे थे, वह अधिक जोखिम लेते नहीं दिख रहे थे, ऐसा लग रहा था कि वह भी चाहते हैं कि अफगानिस्तान यह मैच जीत जाए और सेमीफाइनल में पहुंच जाए।
लिटिन दास अपने पास नहीं रखी स्ट्राइक
बांग्लादेश के ओपनर बल्लेबाज लिटिन दास अंत तक नाबाद रहे, लेकिन चौंकाने वाली बात यह रही की उन्होंने स्ट्राइक अपने पास नहीं रखी। रिशाद हुसैन के आउट के बाद तन्जिम हसन बल्लेबाजी करने आए। बांग्लादेश के 7 विकेट गिर चुके थे। अफगानिस्तान को भी पता था कि मैच जीतने के लिए टीम को ऑल आउट करना होगा। ऐसे में बांग्लादेश के बॉलर जितना ज्यादा स्ट्राइक पर रहेंगे, उतनी जल्दी बांग्लादेश को ऑलआउट करना आसान होगा। जबकि बांग्लादेश को जीत के लिए लिटिन दास का स्ट्राइक पर ज्यादा से ज्यादा रहना फायदेमंद था।
इसके बावजूद लिटिन दास एक-एक रन लेकर स्ट्राइक चेंज करते रहे। तंजिम के आउट होने के बाद जब तस्किन आए तो अफगानिस्तान को जीत के लिए सिर्फ 2 विकेट की जरूरत थी। इसके बावजूद लिटिन दास एक-एक रन लेकर स्ट्राइक बदलते रहे। इसका नतीजा यह हुआ कि आखिरी के तीन बल्लेबाजों ने सिर्फ 5 रन बनाए और पूरी टीम ऑल आउट हो गई।