Vinod Kambli health condition: टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली की तबीयत फिर खराब हो गई है। उन्हें गंभीर हालत में ठाणे के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत स्थिर है लेकिन वो पूरी तरह खतरे से बाहर नहीं हैं। कांबली को शनिवार रात को तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 52 साल के कांबली कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। 

विनोद कांबली हाल ही में मुंबई के शिवाजी पार्क में अपने गुरु रमाकांत आचरेकर की मूर्ति अनावरण से जुड़े कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां उनकी मुलाकात अपने बचपन के दोस्त सचिन तेंदुलकर से हुई थी। कांबली और तेंदुलकर का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में भी कांबली की हालत काफी खराब नजर आ रही थी। 

आईएएनएस ने बताया कि कांबली को ठाणे के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 52 साल के कांबली की हालत फिलहाल स्थिर है हालांकि अभी भी उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। कांबली को किस बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है, फिलहाल ये साफ नहीं है।

इससे पहले, सचिन तेंदुलकर के साथ वीडियो वायरल होने के बाद 1983 विश्व विजेता टीम के सदस्यों ने कांबली को मदद की पेशकश की थी। कपिल देव और सुनील गावस्कर ने उनके लिए मदद का हाथ बढ़ाया था। हालांकि, दोनों ये शर्त जोड़ी थी कि कांबली को अपनी शराब की लत छोड़ने के लिए रिहैब में जाना होगा। 

कांबली ने हाल ही में अपने स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों पर एक इंटरव्यू में खुलकर बात की थी। उन्होंने बताया था कि बीच में कई बार यूरिन इंफेक्शन के कारण उन्हें एक महीने पहले अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में कांबली ने कहा था, 'मुझे पेशाब की समस्या थी। पेशाब बहुत बह रहा था। मेरे बेटे जीसस क्रिस्टियानो ने मुझे उठाया और मुझे वापस अपने पैरों पर खड़ा किया। मेरी बेटी, जो 10 साल की है, और मेरी पत्नी ने इस दौरान काफी ध्यान रखा था। यह एक महीने पहले हुआ था। मेरा सिर घूमने लगा; मैं बेहोश हो गया था। तब मुझे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था।'

कांबली ने इसी इंटरव्यू के दौरान ये खुलासा किया था कि 2013 में उनकी 2 बार हार्ट सर्जरी हुई थी, उस समय सचिन तेंदुलकर ने आर्थिक मदद की थी। कांबली ने 9 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में भारत के लिए 17 टेस्ट और 104 वनडे खेले। उन्होंने दो दोहरे शतकों सहित चार टेस्ट शतक बनाए और टेस्ट में लगातार दोहरे शतक बनाने वाले पहले भारतीय हैं।